उदयपुर-जयपुर वंदे भारत ट्रेन को रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। यह ट्रेन मंगलवार को छोड़कर हफ्ते में 6 दिन उदयपुर से रवाना होकर राणा प्रतापनगर, मावली, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, विजयनगर, अजमेर, किशनगढ़ होते हुए जयपुर पहुंचेगी। खुशी की बात है कि इस ट्रेन का स्टॉपेज सबसे ज्यादा चित्तौड़गढ़ स्टेशन पर रखा गया है। ट्रेन में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और सांसद सीपी जोशी भी उदयपुर से चित्तौड़गढ़ पहुंचे। वहीं, महिला सशक्तिकरण का एक उदाहरण भी देखने को मिला। वंदे भारत ट्रेन में बतौर सहायक टेक्नीशियन के रूप में शिल्पा दवे भी चित्तौड़गढ़ पहुंची। शिल्पा उत्तर पश्चिम रेलवे रूट की वंदे भारत ट्रेन में पहली महिला सहायक टेक्नीशियन है।
राजस्थान की तीसरी सेमी हाई स्पीड वंदे भारत 24 सितम्बर को उदयपुर से रवाना हुई। उदयपुर से जयपुर के बीच संचालित होने वाली इस ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रिमोट वीडियो लिंक के जरिए दिल्ली से हरी झंडी दिखाई। इस दौरान सांसद सीपी जोशी सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। चित्तौड़गढ़ में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने संबोधित भी किया।
सबसे ज्यादा ठहराव चित्तौड़गढ़ स्टेशन पर
उदयपुर से जयपुर के बीच इस ट्रेन का स्टॉपेज सभी स्टेशनों पर दो से पांच मिनट का रखा गया। चित्तौड़गढ़ एक मात्र स्टेशन है जहां 10 मिनट का ठहराव रखा गया है। उदयपुर से चलने के बाद राणा प्रताप नगर में दो मिनट, मावली में दो, चित्तौड़गढ़ में 10, भीलवाड़ा में दो, विजयनगर में दो, अजमेर में पांच, किशनगढ़ में दो मिनट का स्टॉपेज है। इसके बाद इस ट्रेन का आखरी ठहराव जयपुर में रहेगा।
जरूर करूंगा वंदे भारत में सफर
ट्रेन में सफर कर रहे भीलवाड़ा निवासी रतन लाल जाट ने बड़े उत्साहित होकर बताया कि उन्हें पता चला था की चित्तौड़गढ़ में ट्रेन आने वाली है। इस सूचना पर वे अपने गांव से पहले चित्तौड़गढ़ आए। यहां उन्होंने ट्रेन में सफर किया। इस दौरान उन्हें खाने का पैकेट, पीने का पानी दिया गया। रतन लाल जाट ने कहा कि वो आगे भी इसमें सफर करने आयेंगे। जब भी उदयपुर जाना होगा, वो जरूर आएंगे।
नए वंदे भारत में किए कई बदलाव
वंदे भारत ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ़्तार से पटरी पर दौड़ेगी। इसमें टक्कर रोधी प्रणाली (कवच) की सुविधा है। हर सीट के नीचे मोबाइल और लैपटॉप चार्ज करने के पॉइंट्स भी है। नए वंदे भारत में कई सुधार भी किए गए। इसमें सीट के झुकाव के कोण को 17.31 डिग्री से बढ़ाकर 19.37 डिग्री किया गया। कुशन की कठोरता में कमी लाई गई। एग्जीक्यूटिव चेयर कार का रंग लाल से नीला किया गया। टॉयलेट में वॉश बेसिन के डेप्थ और लाइट्स को बढ़ाया गया। इसके अलावा कई बदलाव किए गए।
चित्तौड़गढ़ से अब जयपुर की दूरी बस चढ़े चार घंटे की
चित्तौड़गढ़ से जयपुर जाने में अमूमन 6 घंटे लगते है। सुबह उदयपुर जयपुर इंटरसिटी में भी जयपुर तक जाने में साढ़े पांच घंटे लगते है। ऐसे में वंदे भारत के आने से जयपुर की दूरी सिर्फ साढ़े चार घंटों में पूरी कर सकते है। हालांकि ट्रेन में किराया आम ट्रेनों के मुकाबले थोड़ा ज्यादा है लेकिन ट्रेन में कई सुविधाएं भी दी जा रही है। जैसे सुबह जाते समय पैसेंजर को नाश्ता, चाय, कॉफी ऑफर की जाएगी। वहीं, दिन में आते समय लंच और डिनर की सुविधा दी जाएगी। ट्रेन में हर पल सफाई का पूरा ध्यान रखा जाता है।
चंदेरिया की जगह अब चित्तौड़गढ़ स्टेशन पर परमानेंट ठहराव
वंदे भारत सुपर फास्ट ट्रेन अब चित्तौड़गढ़ स्टेशन पर ही परमानेंट रुकेगी। ट्रेन के पहले चंदेरिया होकर ही भीलवाड़ा जाना था लेकिन अब इसका रूट चेंज कर चित्तौड़गढ़ को भी शामिल कर दिया गया। सांसद सीपी जोशी ने वंदे भारत सुपर फास्ट ट्रेन के चित्तौड़गढ़ ठहराव के लिए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मांग की थी। इस मांग को रेल प्रबंधन ने मान कर चित्तौड़गढ़ में भी वंदे भारत का ठहराव दे दिया है।
25 सितंबर से नियमित चलेगी ट्रेन
जयपुर-उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस नियमित रूप से 25 सितंबर से संचालित होगी। गाडी संख्या 20979, उदयपुर-जयपुर वंदे भारत सुपरफास्ट 25 से हर मंगलवार को छोड़कर हफ्ते में 6 दिन चलेगी। उदयपुर से ट्रेन सुबह 7.50 बजे रवाना होगी। जो राणा प्रताप नगर (7.57-7.59), मावली (8.29-8.31), चित्तौड़गढ़ (9.25-9.35), भीलवाड़ा (10.17-10.19), विजयनगर (11.11-11.13), अजमेर (12.05-12.10), किशनगढ़ (12.37-12.39) होते हुई 14.05 बजे जयपुर पहुंचेगी। इसी तरह गाडी संख्या 20980, जयपुर-उदयपुर वंदे भारत सुपरफास्ट उसी दिन जयपुर से 15.45 बजे रवाना होगी। जो किशनगढ़ (16.50-16.52), अजमेर (17.20-17.25), विजयनगर (18.12-18.14), भीलवाड़ा (18.56-18.58), चित्तौड़गढ़ (19.45-19.55), मावली (20.52-20.54), राणा प्रतापनगर (21.48-21.50) होते हुए उदयपुर सिटी 22.00 बजे पहुंचेगी।
वूमेन एंपावरमेंट को दिया बढ़ावा
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वुमन एंपावरमेंट को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए। हाल ही में उन्होंने चुनाव में 33 प्रतिशत महिला आरक्षण का बिल पास किया। महिला सशक्तिकरण का एक उदाहरण वंदे भारत ट्रेन में भी देखने को मिला। ट्रेन में बतौर सहायक टेक्नीशियन के रूप में शिल्पा दवे भी चित्तौड़गढ़ पहुंची। शिल्पा उत्तर पश्चिम रेलवे की पहली महिला सहायक टेक्नीशियन है। उनका कहना है कि यह उनके लिए प्राउड मोमेंट है।
विश्व स्तर पर परिवहन और पर्यटक सुविधा बढ़ाने के लिए एक साथ पूरे देश में अलग अलग जगहों पर आज 9 वंदे भारत ट्रेन को रवाना किया। उदयपुर संभाग में भी एक ट्रेन की सौगात दी गई। जो उदयपुर से चित्तौड़गढ़ होते हुए जयपुर जाएंगी। इसी ट्रेन में एक सहायक महिला टेक्नीशियन शिल्पा दवे भी पहुंची। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए महिलाओं को हर जगह भागीदारी दी जा रही है। इस पोस्ट पर काम करने वाली वो पहली महिला कर्मचारी है। किसी वंदे भारत में इस पोस्ट पर कोई भी महिला नहीं है। शिल्पा दवे ने बातचीत में बताया कि यह उनके लिए गौरव का पल है। सरकार की इतनी महत्वपूर्ण योजना में उन्हें सेवा देने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने अपने अधिकारियों और सरकार का भी आभार व्यक्त किया है। शिल्पा दवे ने बताया कि वह इस ट्रेन में एसी से संबंधित सारा कार्य देख रही है।उन्होंने बताया कि वो पहले उदयपुर सिटी में कोचीन डिपो में कार्यरत थी। इस दौरान वंदे भारत में काम करने का मौका मिला। उन्होंने बताया कि ट्रेन में एसी के मेंटेंस का सारा काम वो अपने सीनियर सुपरवाइजर के निर्देशन में करती है।