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नायक समाज ने निकाली अपने आराध्य देव के जन्मोत्सव पर वाहन रैली! दर्शन न्यूज़। शनि महाराज आली @ गजेंद्र सिंह राणावत

कपासन। निंबाहेड़ा नगर में नायक समाज के आराध्य देव श्री पाबूजी महाराज ( लक्ष्मण अवतार) के जन्महोत्सव के उपलक्ष में वाहन रैली निकाली गई !
रैली को किया यहां से प्रारंभ
वाहन रैली को पूर्व स्थानीय विधायक व राजकीय पूर्व यूडीएच मंत्री श्री चंद्र कृपलानी, वह पूर्व विधायक अशोक नवलखा, नगर पालिका अध्यक्ष सुभाष चंद्र शारदा, व पार्षद रवि सोनी,ने वाहन रैली को झंडा दिखाकर दशहरा मैदान से रवाना किया! वाहन रैली दशहरा मैदान से बैंड बाजा के साथ में रवाना हुई वही समाज जनों ने श्री पाबू देव के जयकारों से नगर को गूंजा डाला, वही बैंड बाजा में बज रहे पाबू देव के भजनों पर समाजजन झूम उठे,और उनके भजनों में पर झूमते हुए बारु के लिए रवाना हो गय!

वाहन रैली का जगह-जगह हुआ स्वागत
नायक समाज के आराध्य देव श्री पाबूजी राठौड़ के जन्म महोत्सव के उपलक्ष में निंबाहेड़ा नगर से निकाल गई वाहन रैली का सर्व समाज द्वारा पुष्प वर्षा कर जगह-जगह स्वागत संस्कार किया गया गया!

वाहन रैली के यह थे मार्ग
निंबाहेड़ा नगर के दशहरा मैदान से प्रारंभ हुई जो की निंबाहेड़ा नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए कर्थाना फाटक, से बडोली घाटा, रूप जी का खेड़ा, शाहाबाद, मांगरोल से सतखंडा, होते हुए शंभूपुरा से चित्तौड़ आदि स्थानों पर होते हुए राशमी तहसील के ग्राम बारु में स्थित पवित्र तीर्थ स्थान श्री पाबू देव महाराज के मंदिर पहुंची वाहन रैली!

यह हुआ समापन-

निंबाहेड़ा नगर से प्रारंभ हुई वाहन रैली जो कि जिले के राशमी तहसील के बारू गांव में स्थित पवित्र तीर्थ स्थान पाबूजी महाराज के मंदिर पर पहुंच कर सभी समाज जनों ने पाबूजी महाराज की पूजा अर्चना कर सभी समाज जानो समाज के लिए और प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामनाएं की!

बता दें कि राजस्थान के लोक देवता है :पाबूजी
अमरकोट के सूरजमल सोढ़ा की पुत्री सुपियार सोढ़ी (फुलम दे) के साथ पाबूजी का विवाह हुआ था। विवाह के मध्य ही उनके प्रतिद्वंद्वी बहनोई जायल (नागौर) नरेश जीदराव खीची ने पूर्व वैर के कारण देवल चारणी की गायों को घेर लिया। देवल ने पाबूजी से गायों को छुड़ाने की प्रार्थना की। तीन फेरे लेने के पश्चात् चौथे फेरे से पूर्व ही वे देवल चारणी की केसर कालमी घोड़ी पर सवार होकर गायों की रक्षार्थ रवाना हो गये। कड़े संघर्ष में 1276 ई. में इन्होने अनेक साथियों सहित वीर गति प्राप्त की। उनकी पत्नी फूलमदे भी उनके साथ सती हो गयी। वीरता, प्रतिज्ञापालन, त्याग, शरणागत वत्सलता एवं गौ-रक्षा हेतु बलिदान होने के कारण जनमानस इन्हें लोक देवता के रूप में पूजता है।वाहन रैली का नेतृत्वीय जिला अध्यक्ष हीरालाल नायक ने किया!
और सभी समाज जानो का रेली को सफल बनाने के लिए सभी का आभार वक्त किया!
साथ ही पुलिस प्रशासन का भी आभार प्रकट किया!

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