Rajasthan Opinion Poll: राजस्थान में बदलेगा इतिहास या दोहराएगा इतिहास? क्या कहता है सर्वे?
Rajasthan Opinion Poll: राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनावों के लिए वोटिंग होगी, जिसके नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। सीएम अशोक गहलोत का दावा है कि इस बार राज्य में नया इतिहास लिखा जाएगा तो वहीं भाजपा ने कहा कि इतिहास दोहराया जाएगा, दरअसल राजस्थान में अभी तक यह रिकॉर्ड रहा है कि वहां कोई भी सरकार दोबारा सत्ता में नहीं आती है लेकिन टाइम्स नाऊ का सर्वे कांग्रेस के दावे को गलत साबित कर रहा है।
टाइम्स नाऊ नवभारत का ओपिनियन पोल ने जनता से जानने की कोशिश की- इस बार राजस्थान में किसकी सरकार बनने जा रही हैं? भारत कांग्रेस राज्य जिसमें जनता ने चौंकाने वाला जवाब दिया है। सर्वे में बीजेपी को 114-124 सीटें मिलती दिख रही हैं तो वहीं कांग्रेस को 68-78 सीटें मिलती नजर आ रही हैं, जबकि अन्य के खाते में 6-10 सीटें मिलती दिख रही हैं। मारवाड़ क्षेत्र में कांग्रेस को लगेगा झटका राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र में 61 सीटें हैं, जो कि कांग्रेस का गढ़ मानी जाती हैं लेकिन यहां पर कांग्रेस को नुकसान दिख रहा है। सर्वे के मुताबिक बीजेपी के खाते में यहां पर 31-37 सीटें मिल रही हैं तो वहीं कांग्रेस के खाते में सिर्फ 21-27 सीटें मिलती नजर आ रही हैं, जबकि अन्य को 1-5 सीटें मिलती दिख रही हैं। राज्य के मेवाड़ क्षेत्र में बीजेपी को फायदा यही नहीं राज्य के मेवाड़ क्षेत्र में, जहां 43 सीटें हैं, वहां भी कांग्रेस को झटका लग रहा है। यहां पर उसके खाते में केवल 15-19 सीटें आ रही हैं, जबकि इस क्षेत्र में भाजपा के हिस्से में 21-27 सीटें आ रही हैं, जबकि अन्य के खाते में 1-3 सीटें आ रही हैं। अगर वोट प्रतिशत की बात करें तो भाजपा के खाते में 43.08 प्रतिशत वोट, कांग्रेस को 41.90 प्रतिशत और अन्य को 14.30 प्रतिशत वोट मिलता दिख रहा है। क्या होगी भाजपा की धमाकेदार जीत? सर्वे के मुताबिक तो राज्य में भाजपा की धमाकेदार जीत हो रही है। अब देखते हैं कि ये नंबर असल में आंकड़ों में तब्दील होते हैं या नहीं? आपको बता दें कि पहले राज्य में 23 नवंबर को मतदान था लेकिन इसके बाद इसकी डेट चेंज करके 25 नवंबर कर दी गई इसके पीछे कारण 23 तारीख को कई शादियां होना बताया गया है। 5.26 करोड़ मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे राज्य में इसबार 5.26 करोड़ मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे जिसमें से पहली बार वोट 22 लाख से ज्यादा लोग करेंगे। आपको बता दें कि ये सर्वे अक्टूबर महीने का है, जो कि जनता से पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर आधारित है।