ग्रामीण चुनाव कार्यालय शुभारंभ की सभा
6 नवंबर को नामांकन रैली के दौरान जनसभा के लिए तैयार किया जा रहा पंडाल
…………………………………………………….चित्तौड़गढ़, 5 नवम्बर, दर्शन न्यूज़। चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र हॉट सीट बना हुआ है चूंकि यहां तीन दिग्गजों के त्रिकोणीय मुकाबले की तस्वीर साफ होती दिखाई देने लगी है। जहां भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने अपने नामांकन दाखिल कर दिए हैं, वही 6 नवंबर को नामांकन की अंतिम तिथि पर भाजपा से लगातार दो बार विधायक रहे निवर्तमान विधायक चंद्रभान सिंह आक्या निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल करेंगे। इसके लिए बड़े पैमाने पर समर्थकों के साथ रैली और जनसभा की तैयारी को अंतिम रूप दिया गया है।
उल्लेखनीय की है कि जहां कांग्रेस से फिर सुरेंद्र सिंह जाड़ावत चुनाव मैदान में उतरे है, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने चित्तौड़गढ़ से पूर्व में दो बार विधायक रहे नरपत सिंह राजवी को उम्मीदवार बनाया है। इधर चंद्रभान सिंह आक्या अपने समर्थकों के साथ गत 21 अक्टूबर से ही चुनावी बिगुल बजा चुके हैं। विभिन्न सम्मेलनों के माध्यम से समर्थको द्वारा भाजपा को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने के लिए आगाह किया। लेकिन आक्या को पार्टी का सिंबल नहीं मिलने पर जनता के संबल से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन प्रस्तुत करके सिंबल को जनता के संबल की चुनौती के रूप में त्रिकोणीय संघर्ष में दिखाई देगा यह चुनाव।
बहरहाल चंद्रभान सिंह आक्या के समर्थक चित्तौड़गढ़ के इतिहास में नई इबारत लिखने के लिए निर्दलीय उम्मीदवार को जीताने के लिए जहां कमर कस कर तैयार हैं, वही अब भाजपा और कांग्रेस की ओर से मुकाबले में आगे आने की रणनीतियां शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि सोमवार को आक्या के समर्थन में जुटने वाली रैली भी यदि पिछले सभी कार्यक्रमों की तरह भव्यता लेती है तो निश्चित ही विधानसभा चुनाव के परिणाम चौंकाने वाले हो सकते हैं।