चित्तौड़गढ़, दर्शन न्यूज़, संजय खाबिया। चित्तौड़गढ़ से लगातार दो बार विधायक रहे चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट कटने के बाद आक्या ने बड़ी संख्या में समर्थकों की शह पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फ़ैसला कर लिया । आक्या ने तीन दर्जन पार्टी जे प्रमुख पदाधिकारियों के साथ पार्टी से स्तीफा दे दिया हैं।
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को मतदान होगा। उससे पहले प्रदेश की चित्तौड़गढ़ सीट को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के इस्तीफे का सिलसिला जारी है। चित्तौड़गढ़ से टिकट नहीं मिलने पर दो बार के विधायक चंद्रभान सिंह आक्या निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी से बागी होकर हजारों लोगों के साथ नामांकन दाखिल करने वाले प्रत्याशी चंद्रभान सिंह के समर्थन में बीजेपी के संगठन में विभिन्न पदों पर काम कर रहे 36 पदाधिकारीयों ने पत्रकार वार्ता में सार्वजनिक घोषणा करने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष को सामुहिक रूप से स्तीफ़े सौंपे है। पत्रकार वार्ता आयोजित कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे चंद्रभान सिंह के समर्थन में इन कार्यकर्ताओं ने सार्वजनिक रूप से अपना इस्तीफा जिला अध्यक्ष के नाम प्रेषित किया है। सभी ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि बीजेपी के नगर और ग्रामीण मंडल के पदाधिकारी भी अब खुलकर टिकट काटने के विरोध में सामने आ गए हैं।
निर्दलीय चुनाव लड़ रहे चंद्रभान सिंह ने कहा कि हमने इस्तीफा दे दिया है, अब पार्टी स्वीकार करे या नहीं, इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। उनके समर्थन में काम कर रहे पदाधिकारी के खिलाफ सोशल मीडिया पर कार्रवाई की बात को लेकर उन्होंने कहा कि वह क्या कार्रवाई करेंगे, हमने खुद ही इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने कहा कि निर्दलीय चुनाव लडूंगा, बाहरी प्रत्याशी किसी को भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आजादी के 70 साल बाद चित्तौड़गढ़ सीट पर पहले कभी भारतीय जनता पार्टी लगातार दो बार नहीं जीती, उसके बावजूद भी भेदभाव कर व पार्टी टिकट में बंदरबांट कर मेरा टिकट काटा गया।
उन्होंने कहा हमें जो मलाल है वह 3 दिसंबर का दिन ही बताएगा। उन्होंने पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह जाड़ावत का बिना नाम लिए ही कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी को भी जनता अच्छी तरह जानती है उन्होंने के भी दो कार्यकाल जनता ने अच्छी तरह देखे हैं उनके कार्यकाल में भू माफियाओं ने धार्मिक जमीनों को भी नहीं बख्शा है यहां की जनता दोनों प्रत्याशियों को नहीं चाहती है और चुनाव के दिन मुंह तोड़ जवाब देगी।
बीजेपी में नगर मंडल के अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने वाले पदाधिकारी अनिल ईनाणी ने कहा कि पार्टी ने गलत निर्णय लिया है, जिसके विरोध में हम सब साथ हैं। पहले 2000 से अधिक लोग इस्तीफा दे चुके हैं। आज पार्टी के जिम्मेदार पदों पर बैठे पदाधिकारीयों ने इस्तीफा दिया है और हम सब मिलकर पार्टी के इस निर्णय के विरोध में निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थन में काम करेंगे।
इस दौरान बड़ी संख्या में इस्तीफा देने वाले पदाधिकारी मौजूद रहें।
आज इस्तीफा देने वालों में पूर्व यूआईटी चेयरमैन सुरेश चंद्र झंवर, पूर्व नगर परिषद सभापति सुशील शर्मा, पूर्व डेरी चेयरमैन और विधायक रहे बद्रीलाल जाट, सीकेएसबी चैयरमेन लक्ष्मण सिंह, पूर्व मंडल अध्यक्ष कर्नल सिंह राठौड़, भोलाराम प्रजापत, अभोक्ता समिति अध्यक्ष व पूर्व प्रधान प्रवीण सिंह राठौड़, पपसा टाँक, अशोक पंडित, भंवरसिंह खरडी बावड़ी, रोहिताश्व, रवि वीराणी, शैलेन्द्र झंवर सहित कई पदाधिकारी शामिल रहें।