नेपाल स्थित दुनिया की दसवीं सबसे ऊंची चोटी माउंट अन्नपूर्णा से अजमेर के पर्वतारोही अनुराग मालू लापता हो गए हैं। वह 6 हजार मीटर की ऊंचाई से दरार में नीचे गिर गए, फिलहाल उनका कोई पता नहीं चल रहा। पर्वतारोही अभियान आयोजक अधिकारी मिंगमा शेरपा व उनके पिता ने घटना की पुष्टि की है।
सेवन समिट ट्रेक्स के अध्यक्ष मिंगमा शेरपा के अनुसार- राजस्थान के किशनगढ़ के अनुराग मालू (34) सोमवार सुबह कैंप-3 से उतरते समय लगभग लापता हो गए। वे पहाड़ों के बीच की दरार में गिरे हैं। मालू ने पिछले साल ही नेपाल स्थित माउंट अमा डबलाम पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की थी। वे माउंट एवरेस्ट, अन्नपूर्णा और ल्होत्से पर चढ़ने की योजना बना रहे थे।
मालू कर्मवीर चक्र से भी सम्मानित हो चुके हैं। वह भारत से अंटार्कटिक यूथ एंबेसडर बने थे। मालू पर्वतारोहण के लिए प्रसिद्ध पर्वतारोही बछेंद्री पाल के स्टूडेंट हैं। शेरपा ने कहा- लापता पर्वतारोही की तलाश की जा रही है, लेकिन उनकी स्थिति के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है।
कर्मवीर चक्र से सम्मानित
माउंट अन्नपूर्णा पर्वतारोहियों के लिए सबसे खतरनाक पर्वतों में से एक माना जाता है। मालू इस पर्वत पर चढ़ाई करने के लिए पहुंचे थे। उनको भारत से 2041 तक अंटार्कटिक यूथ का एंबेसडर बनाया गया था।
24 मार्च को किशनगढ़ से गए थे अनुराग
किशनगढ़ के मायाबाजार के पास निवासी अनुराग के पिता ओमप्रकाश मालू ने बताया- अनुराग 24 मार्च को पर्वतारोहण के लिए रवाना हुआ। किशनगढ़ से जयपुर और जयपुर से दिल्ली होते हुए काठमांडू गए थे। इसके बाद अनुराग ने पहाड़ पर चढ़ना शुरू किया था।
उन्होंने बताया- अनुराग ने बीटेक किया है। वह युवाओं की काउंसिलिंग भी करता रहता है। छोटा बाई आशीष सीए है। पिता ओमप्रकाश ने बताया कि घटना की उन्हें भी सूचना मिली है, अभी तक बेटा लापता है। बीस लोगों का ग्रुप है।
मौके पर पहुंचा छोटा भाई
किशनगढ़ में परिवार को लापता होने की जानकारी मिलने के बाद सोमवार को छोटा भाई आशीष मालू अपने कुछ परिचित व रिश्तेदारों के साथ मौके पर पहुंच गए हैं। वहां अनुराग के बारे में पता लगाया जा रहा है। हेलिकॉप्टर से तलाशी अभियान शुरू किया गया है। अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।