अनन्ता के कार्यकारी निदेशक डॉ नितिन शर्मा ने बताया की इस अवसर पर पूरे राजस्थान (आरयूएचएस) में प्रथम रही दीपिका शर्मा को मुख्य अतिथि माननीय राजस्थानविधानसभा अध्यक्ष श्री सी पी जोशी जी द्वारा डिग्री व प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ सी पी जोशी, विशिष्ठ अतिथि मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के कुलपति श्री आइवी त्रिवेदी, संभागीय आयुक्त श्री राजेन्द्र भट्ट, ज़िला कलेक्टर व मजिस्ट्रेट चित्तौड़गढ़ श्री अरविंद पोसवाल, अनंता के चेयरमेन श्री नारायण सिंह राव, आरएनटी के प्रिंसिपल डॉ विपिन माथुर, आरएनटी के पूर्व प्रिंसिपल डॉ लाखन पोसवाल, अनन्ता के वाईस चेयरमेन सुनील जी शर्मा, अनंता के सचिव प्रभुलाल जी डाँगी ने सरस्वती प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
अनन्ता के कार्यकारी निदेशक डॉ नितिन शर्मा में अतिथियों का स्वागत करते हुए उन्होंने भरोसा दिलाया की अनन्ता के नवचिकित्सक पर पूरी निष्ठा के साथ अपनी चिकित्सा संबंधित ज़िम्मेदारियों को निभाने तथा समाज को एक निरोगी समाज बनाने का प्रयास करेंगे।
मुख्य अतिथि माननीय डॉ जोशी ने प्रीवेंटिव मेडिसिन के क्षेत्र में अधिक से अधिक प्रगति तथा उसके उपयोग पर ज़ोर दिया। साथ ही, उन्होंने कहा कि एक चिकित्सक के रूप में उनकी ज़िम्मेदारी ग़रीब व असहाय लोगों के प्रति विशेष रूप से बढ़ जाती है जो उन्हें भगवान का दर्जा देते हैं।
विशिष्ठ अतिथि श्री त्रिवेदी जी ने चिकित्सकों को कर्तव्यबोध के बारे में बताते हुए कहा की उनका प्रवेश ज्ञानार्थ था लेकिन प्रस्थान सेवार्थ है जो बड़े भाग्य की बात है किंतु इसे चरितार्थ करना उनकी बड़ी ज़िम्मेदारी है।
अनन्ता के चेयरमेनश्री नारायण सिंह राव ने डिग्रीधारियों व उनके अभिभावकों को बधाई देते हुए अपने विचार व्यक्त किए।
विशिष्ठ अतिथि डॉ विपिन माथुर ने एक चिकित्सक के कर्तव्य पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डिग्रीधारियों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर विधार्थियों को हिपोक्रैटिक शपथ भी दिलाई गई।
कार्यक्रम के अंत में अनन्ता की प्रिंसिपल डॉ संध्या माजरेकर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ मेघा श्रीवास्तव तथा डॉ स्तुति श्रीवास्तव ने किया।