जयपुर में एक मां-बाप अपने दो दिन की बच्ची को एक प्लॉट में छोड़ गए। बच्ची कई देर तक खुले आसमान के बीच रही। इसी बीच बारिश हुई तो भीगने लगी।
लेकिन, जब वह बारिश में भीगने के बाद रोने लगी तो वहां मौजूद एक गार्ड ने तलाशी ली। जहां एक बच्ची कपड़ों में लिपटी हुई मिली।
इस पर बच्ची को जेके लॉन हॉस्पिटल लाया गया और इसके बाद उसे सुरमन संस्थान को सौंप दिया गया।
मामला शहर के चित्रकूट थाना क्षेत्र के वैशाली नगर स्थित सुरमन संस्थान का है। ये बच्ची शनिवार सुबह इसी संस्थान के पास मिली थी।
गार्ड बोला- कारों के बीच बच्ची को छोड़ गए थे
SI हेमलता ने बताया कि चित्रकूट वैशाली स्थित सुरमन संस्थान के पास शनिवार सुबह नवजात बच्ची मिली है। सुबह करीब 4:30 बजे संस्था के मेन गेट पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड नरेन्द्र शेखावत को नवजात बच्चे के रोने की आवाज सुनी थी।
इस पर उन्होंने तुरंत संस्थान की सचिव मनन चतुर्वेदी को कॉल कर बताया। बाहर आकर ढूंढने पर संस्थान के पास कारों के बीच में नवजात बच्ची काले कपड़े में लिपटी हुई मिली। हल्की बारिश शुरू होने पर नवजात के भीगने पर वह रोने लगी थी।
नवजात बच्ची को गोंद में उठाकर तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। चित्रकूट नगर थाना पुलिस सूचना पर मौके पर पहुंची। नवजात बच्ची को इलाज के लिए तुरंत जेके लॉन हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। डॉक्टर्स के बच्ची के पूरी तरह स्वस्थ होने के बारे में बताया।
2 दिन पहले हुआ था जन्म, सचिव ने दर्ज करवाया मामला
बच्ची के इलाज के बाद सोमवार को उसे सुरमन संस्थान की कस्टडी में सौंप दिया गया है। SI हेमलता ने बताया कि मेडिकल जांच में सामने आया कि बच्ची का जन्म करीब 28 मई गुरुवार को हुआ है।
नवजात को मरने के लिए छोड़ने वाले परिजनों की तलाश की जा रही है। पुलिस टीम आस-पास लगे CCTV फुटेजों को खंगाल रही है।