चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा में एक डंपर ने ITI की छात्रा को रौंद दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं उसकी बड़ी बहन और चचेरा भाई भी हादसे में घायल हो गये। हादसे के बाद डंपर को घटना स्थल पर ही छोड़कर ड्राइवर फरार हो गया। वहीं एक्सीडेंट के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया और धरने पर बैठ गए। करीब 6 घंटे चली समझाइश के बाद मामला शांत हुआ।
थानाधिकारी वीरेंद्र सिंह धाकड़ ने बताया कि रसूलपुर गांव निवासी बिंदू बैरवा (20) पुत्री मोहनलाल बैरवा अपनी छोटी बहन निशा बैरवा (17) और चचेरे भाई विनोद बैरवा (22) पुत्र भूरालाल बैरवा को स्कूटी से निंबाहेड़ा छोड़ने जा रही थी। इस दौरान निंबाहेड़ा पहुंचने से पहले डंपर ने स्कूटी को टक्कर मार दी। हादसे में निशा गंभीर घायल हो गई, जिसे निंबाहेड़ा अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं चचेरा भाई विनोद का पैर फ्रैक्चर हो गया। जिसका इलाज निंबाहेड़ा अस्पताल में चल रहा है। वहीं निशा की बड़ी बहन बिंदू हादसे में बाल-बाल बच गई।
6 घंटे तक लोगों ने किया प्रदर्शन
हादसे के बाद मौके पर काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। आक्रोशित लोगों ने रसूलपुर गांव के सड़क मार्ग को जमा कर दिया। सूचना मिलने के बाद तहसीलदार राधेश्याम पांडे और सदर थानाधिकारी वीरेंद्र सिंह धाकड़ सहित पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचा। इसके बाद प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत कर समझाइश का प्रयास किया गया। करीब 6 घंटे तक ग्रामीणों के प्रदर्शन के बाद दोपहर 3 बजे सहमति बन पाई। इसके बाद मामला शांत हुआ। वहीं पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
तहसीलदार राधेश्याम पांडे ने बताया कि मृतका के परिजनों को 11 लाख रुपए नकद और 20 लाख रुपए बीमा कंपनी से दिलवाया जाएगा। साथ ही कंपनी को मार्ग पर डिवाइडर निर्माण के लिए लिखित रूप से निर्देशित किया जाएगा।
ITI स्टूडेंट थी निशा
परिजनों ने बताया कि निशा चित्तौड़गढ़ में सरकारी कॉलेज से आईटीआई कर रही थी। वही विनोद भी चित्तौड़गढ़ में ही सरकारी नौकरी के लिए कोचिंग कर रहा है। सुबह करीब 8 बजे बिंदू स्कूटी से निशा और विनोद को वंडर चौराहा छोड़ने के लिए आई थी। इस दौरान डंपर ने उन्हे अपनी चपेट में ले लिया। बिंदू और निशा का एक भाई है जो रसूलपुर में ही 5वीं क्लास में पढ़ाई कर रहा है।