चित्तौड़गढ़ में डूंगला उपखंड के मोरवन गांव की सरकारी स्कूल के स्टॉफ रूम के छत का प्लास्टर गिर गया, जिससे एक टीचर घायल हो गए। प्लास्टर के टेबल पर गिरने से टेबल पर रखा कांच फूट गया। कांच के टुकड़े उछल कर टीचर के गर्दन पर जा लगे। इसके अलावा उनके सिर पर भी चोट लगी। गनीमत रही कि गंभीर चोट नहीं लगी। टीचर को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया।
इस बारे में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सूचना दी गई। मौके पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने पहुंच कर निरीक्षण किया। बताया जा रहा है कि स्कूल के टीचर्स ने पहले भी सूचना दी थी। लेकिन कभी किसी अधिकारी ने ना सुध ली और ना ही निरीक्षण किया।
ऑफिस में बैठकर कर रहे थे काम
डूंगला उपखंड क्षेत्र के मोरवन गांव के सरकारी स्कूल में कमरों की छतों की हालत काफी खराब है। कमरों के जर्जर हालत में होने के कारण पहले भी इस बारे में शिक्षा विभाग को सूचना दी गई। लेकिन आगे से किसी भी अधिकारी ने इसकी सुध नहीं ली। इसका खामियाजा गुरुवार को एक टीचर को भुगतना पड़ा। व्याख्याता कालूराम मेघवाल स्टॉफ रूम में बैठकर ऑफिस का काम कर रहे थे। अचानक छत का प्लास्टर इनके सिर पर जा गिरा। वहीं, प्लास्टर का मलबा टेबल पर गिरा, जिससे टेबल का कांच फूट गया। कांच उनके आंख और गर्दन पर जा लगा।
चीख सुनकर दौड़ा स्टाफ
इधर व्याख्याता कालूराम मेघवाल की चीख सुनकर अन्य स्टाफ दौड़कर आया और उनके खून बहता देख स्टॉफ वाले भी सकते में आ गए। घायल टीचर को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया। डॉक्टर ने बताया कि ज्यादा गंभीर चोट नहीं लगी। इसकी जानकारी शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दी गई। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। मौके पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जब्बार खा देशवाली निरीक्षण करने पहुंचे। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जब्बार खान देशवाली ने बताया कि छत की प्लास्टर के लिए पहले भी दो-तीन बार प्रस्ताव भेज चुके हैं। आगे से प्रस्ताव पास होने पर काम शुरू किया जाएगा।