डूंगला (रवि श्रीमाली) क्षेत्र में चोरों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं की दिनदहाड़े सुने मकानों को निशाना बनाते हुए नगदी सहित लाखों के जेवरात चुरा ले गए। सोमवार को दिनदहाड़े क्षेत्र के देवली व माता खेड़ा गांव में चोरों ने करिब आधा दर्जन सुने घरों को बनाया निशाना। क्षेत्र के देवली गांव में सोमवार प्रातः 10 से 12 बजे के बीच चोरों ने प्रकाश पिता भेरूलाल पाटीदार के सूने मकान को निशाना बनाते हुए करीब 6 तोला सोने के आभूषण एवं करिब 4 किलो चांदी के आभूषण सहित एक लाख की नकदी चुरा ले गए। प्रकाश पाटीदार ने डूंगला पुलिस थाने में अज्ञात चोरों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए बताया कि उसके परिवार के सभी सदस्य खेत पर सरसों कटाई करने गए हुए थे और वह स्वयं अपनी सरस बीएमसी पर कार्य कर रहा था इसी बीच चोरों ने 2 घंटे के अंतराल में इस घटना को अंजाम दे दिया। 2 घंटे पूर्व ही प्रकाश पाटीदार घर पर ताला लगा कर सरस बीएमसी पर निकला था और दो घंटे बाद पुनः जब खाना खाने गया तो घर का मुख्य द्वार खुला पड़ा था वही अंदर कमरों के ताले टूटे हुए थे अलमारियों से सामान बिखेर रखा था बाद में परिजनों ने देखा तो आभूषण सहित नकदी गायब थी जिस पर डूंगला पुलिस थाने में रिपोर्ट दी गई। प्रकाश पाटीदार ने बताया कि करीब 6 तोला सोने के आभूषण में पोन तोले की टोकरियां, आधा तोला टॉप्स, आधा तोला सोने का मादलिया, सोने की माला के 8 मोती, ढाई तोले सोने का टडा, एक तोले सोने का बोर, आधा तोले सोने की नथड़ी, चांदी के आभूषण में पायल 300 ग्राम, चूड़ियां 100 ग्राम, आंवला 500 ग्राम, लंगर (तोड़ा) 1 किलोग्राम, कंदोरा 400 ग्राम, चूड़ियां 2 जोड़ी 400 ग्राम, गोखरू 200 ग्राम, डंक दो 100 ग्राम, साकली 400 ग्राम, चूड़ियां 500 ग्राम, सहित करीब 4 किलो वजनी चांदी के आभूषण एवं प्रकाश की पत्नी व बच्ची की अलग-अलग जगह रखी करीब एक लाख रुपए की नकदी चुरा ले गए। इसी तरह डूंगला क्षेत्र के ही माता खेड़ा गांव में दोपहर में तीन मकानों को निशाना बनाते हुए चोरी का प्रयास किया गया जिसमें दल्ला पिता लालू गायरी के घर से सोने की नथ व 10 हजार की नकदी चुरा ले गए वही उसके भाई उदय लाल व भतीजा मांगीलाल के घर का भी ताला तोड़कर चोरी का प्रयास किया गया।
दर्शन न्यूज़ आप सभी क्षेत्रवासियों से अपील करता है कि दिन में गांव में घूमने वाले अजनबी लोगों का पता पूछे व तुरंत पुलिस को सूचना दें, क्षेत्र में इन दिनों सभी लोग खेतीवाड़ी के कार्य में व्यस्त हैं लेकिन इसके साथ ही गांव में अपने सुने मकानों की निगरानी जरूर करते रहे।