हिरणमगरी सेक्टर-4 स्थानक में एक से 6 मार्च तक होली चातुर्मास का आयोजन
चित्तोड़गढ़ (निलेश कांठेड़)। पिछले वर्ष भीलवाड़ा के शांतिभवन में ऐतिहासिक चातुर्मास के माध्यम से धर्म गंगा प्रवाहित करने वाले आगममर्मज्ञ,प्रज्ञामहर्षि, वाणी के जादूगर डॉ. समकितमुनिजी म.सा. की ओजस्वी धर्ममय प्रेरणादायी वाणी की गूंज अब झीलो की नगरी उदयपुर में होंगी। उनके प्रथम बार इस पावनधरा पर आगमन को लेकर उत्साह का माहौल है। उदयपुर के श्रीवर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संस्थान हिरणमगरी सेक्टर-4 के तत्वावधान में होली चातुर्मास करने जा रहे श्रमण संघीय सलाहकार भीष्म पितामह पूज्य सुमतिप्रकाशजी म.सा. के सुशिष्य आगममर्मज्ञ,प्रज्ञामहर्षि डॉ. समकितमुनिजी म.सा., प्रेरणाकुशल भवान्तमुनिजी म.सा. एवं गायनकुशल जयवंतमुनिजी म.सा. आदि ठाणा रविवार को उदयपुर नगर में मंगल प्रवेश करेंगे। मुनिश्री ने शनिवार को भटेवर से विहार करके डबोक से कुछ किमी आगे शास्वतधाम पहुच वहां प्रवास किया। उनके दर्शनों के लिए उदयपुर से कई श्रावक श्राविकाये पहुचे ओर धर्मलाभ प्राप्त किया।
उदयपुर शहर मे प्रवेश रविवार सुबह प्रतापनगर क्षेत्र से होंगा एवं प्रवास सुंदरवास स्थानक में रहेगा। यहां सुबह प्रवचन भी होंगे। अशोकनगर, हिरणमगरी सेक्टर-3 होते हुए पूज्य समकितमुनिजी आदि ठाणा एक मार्च को होली चातुर्मास के लिए उदयपुर के हिरणमगरी सेक्टर-4 स्थानक में मंगल प्रवेश करेंगे। यहां उनके साथ पूज्य महासाध्वी जयश्रीजी मसा आदि ठाणा का भी होली चातुर्मास रहेगा। होली चातुर्मास में एक से 6 मार्च तक प्रतिदिन सुबह 8.45 बजे से नियमित प्रवचन ओर तप साधना आधारित विभिन्न धार्मिक आयोजन होंगे। होली चातुर्मास के बाद मुनिश्री नासिक की ओर विहार करेंगे जहां उनके सानिध्य में 23 अप्रेल को अक्षय तृतीया पर वर्षीतप पारणा महोत्सव होंगा।