भींडर सीएचसी में सेवारत सर्जन डॉ. संदीप सिंह को रिलीव करने का विवाद गहराता जा रहा है। सर्जन के समर्थन में जनता सेना ने गुरुवार को जिला कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया। सेना सुप्रीमो एवं पूर्व विधायक रणधीरसिंह भींडर के नेतृत्व में बड़ी संख्या में समर्थकों के जुटने की सूचना पर कलेक्टर ताराचंद्र मीणा ने वीसी रोककर जनता उनकी बात सुनी।
इस दौरान मामले को लेकर सफाई दे रहे सीएमएचओ डॉ. शंकरलाल बामनिया को भींडर ने खरी-खरी सुनाई। भींडर ने कहा कि जिम्मेदारी नहीं संभल रही है तो पद छोड़ दो। अगर 7 दिन में सीएचसी प्रभारी डॉ. मुकेश काबरा को पद से हटाकर, सर्जन सिंह को नहीं लगाया तो सीएचसी के साथ सीएमएचओ का भी घेराव करेंगे। इसके बाद भींडर ने प्रदेश सरकार पर भी तंज कसा। कहा कि गहलोत सरकार घोषणाएं तो बड़ी-बड़ी करती है, लेकिन योजनाएं धरातल पर नहीं उतरती।
ऑपरेशन थियेटर में लगी थी स्ट्रीट लाइट, बदलने की मांग पर विवाद :
सीएचसी में विवाद की शुरुआत ऑपरेशन थियेटर में लगी लाइट से हुई। यहां ऑपरेशन के दौरान थियेटर लाइट की जगह स्ट्रीट लाइट का उपयोग किया जा रहा था। इस पर जनता सेना ने सीएचसी प्रभारी डॉ. काबरा से ऑपरेशन लाइट लगाने की मांग की। डॉ. काबरा ने लाइट को बदलने के बजाय माहौल खराब करने की बात कहते हुए सर्जन डॉ. संदीप को अस्पताल से रिलीव कर दिया। बाद में यह विवाद राजनीतिक मुद्दा बन गया।
डॉ. काबरा पर मनमानी का आरोप लगाते हुए जनता सेना सुप्रीमो भींडर के साथ प्रदेश महामंत्री सज्जन सिंह राणावत, नगर पालिका भीण्डर अध्यक्ष निर्मला, उपाध्यक्ष मगनीराम, पंचायत समिति भीण्डर के प्रधान हरि सिंह सोनीगरा, पारस नागौरी, हितेश व्यास, बाकिर हुसैन बोहरा, मोहम्मद हुसैन बोहरा, पंकज सुखवाल, कमलेन्द्र सिंह, भगवान सिंह, नाहर सिंह के साथ अन्य कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया।
सीएचसी इंचार्ज बनाना चाहते हैं संदीप
डॉ. संदीपसिंह और मैं समान ग्रेड-पे के हैं। संदीपसिंह सीएचसी इंचार्ज बनना चाहते थे, लेकिन आदेश मेरे नाम के हो गए। मैंने अक्टूबर में जॉइन किया। इसके बाद से ही संदीप का मन व्यथित है। अब यहां राजनीति हो रही है। चिकित्सा विभाग आदेश करेगा तो दूसरी जगह जॉइन कर लेंगे। मुझे पद की लालसा नहीं है। मैंने किसी को नोटिस जारी नहीं किया। केवल परिपत्र दिया था।
-डॉ. मुकेश काबरा, सीएचसी प्रभारी, भींडर