फर्जी तरीके से बैंक खाते खुलवाकर उनके अकाउंट का मिसयूज करने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से बैंकों की चेकबुक, एटीएम, चार सिम और अन्य सामान मिले थे। आरोपी इनके माध्यम से ठगी और धोखाधड़ी कर रुपयों का ट्रांजेक्शन करते है। मामले में आरोपी के अन्य दो साथी भी शामिल है, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने सामानों के साथ स्कोर्पियो कार को भी जब्त कर लिया। मामला आकोला थाने का है।
एसपी राजन दुष्यन्त ने बताया कि आकोला कस्बे और आसपास के इलाकों में लोगो से ठगी, धोखाधड़ी करने वाली एक गैंग के एक्टिव होने की सूचना मिली थी। यह गैंग लोगों को कुछ रुपयों का लालच देकर उनके नाम से बैंको में खाते खुलवाती है। उनके खाते और उनकी सभी जानकारी ले लेते है। फिर उन खातों में अन्य लोगों से ठगी कर धोखे से रुपयों का ट्रांजेक्शन करते हैं। सूचना मिलने पर एएसपी बुगलाल मीना, डीएसपी लाभूराम के निर्देश पर आकोला थानाधिकारी धर्मराज मीना ने एक टीम रेडी की। टीम ने कार्रवाई करते हुए बेड़च नदी पुलिया के पास नाकाबंदी शुरू की। मेन रोड से एक स्कोर्पियो गाड़ी आती हुई दिखाई दी। उसे रोकने की कोशिश की तो उसने गाड़ी की स्पीड फास्ट कर दी। इस पर पुलिस ने पीछा कर गाड़ी को रुकवाया और उसमें बैठे व्यक्ति को पकड़ा।
अपने साथी को देने आया था डॉक्यूमेंट्स
तलाशी में गाड़ी में कई बैंक खातों की डिटेल, एटीएम, उनके पासवर्ड, मोबाईल बैकिंग के युजर आईडी, पासवर्ड, चैक बुक, मोबाईल, सिम मिले जो आरोपी आकोला में अपने साथी को ठगी करने के लिए देने आया हुआ था। आरोपी ने अपना नाम उदयपुर जिले के गायत्री नगर, मावली निवासी राहुल (29) पुत्र प्रदीप वैष्णव बताया। पुलिस ने स्कॉर्पियो गाड़ी के साथ सभी डॉक्यूमेंट्स को जब्त कर लिया।
ठगी के बाद आपस में बांट लेते है रुपए
गिरफ्तार आरोपी राहुल वैष्णव ने पूछताछ में बताया कि वह और उसके अन्य साथी मिल कर लोगों को लालच देकर उनसे नाम से अकाउंट खुलवाते है। फिर उनके सभी डॉक्यूमेंट्स अपने पास रखते है। उस अकाउंट में ठगी के रुपयों का ट्रांजैक्शन करने के बाद उनको निकाल कर आपस मे बांट लेते है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। मामले में दो अन्य आरोपी नामजद किए गए है, जो फरार है। पुलिस की माने तो आकोला क्षेत्र में एक्टिव गिरोह में शामिल कई लोगों के नामों का खुलासा होने की सम्भावना है। कार्रवाई करने वाली टीम में थानाधिकारी आकोला धर्मराज मीना, एएसआई जगदीश चन्द्र, हैड कॉन्स्टेबल बाबूलाल, कांस्टेबल अमन और भैरूलाल शामिल है।