- दूसरे पक्ष ने की शिकायत
2018 में भर्ती सफाई कर्मचारियों को स्थाई करने की मांग को लेकर नगरपालिका रावतभाटा के सफाई कर्मचारी सुबह से ही टूलडाउन हड़ताल पर चले गए। इससे रावतभाटा में जगह-जगह कचरे का ढेर लग गए। रविवार का हाट का कचरा भी हाट चौक में रखा रहा। सफाई कर्मचारियों ने हाटचौक से नगरपालिका कार्यालय तक रैली निकाली। नगरपालिका कार्यालय पर प्रदर्शन कर धरने पर बैठ गए। सफाई कर्मचारी मोइनुद्दीनखान और शिव चनाल ने बताया कि नगरपालिका ने 2018 में 128 सफाई कर्मचारी भर्ती किए थे। जिन्हें सिर्फ 12 हजार 400 रुपए की राशि मिल रही है। पालिका परिसर के बाहर नारेबाजी करते एंव रैली निकालते सफाईकर्मी।
नगरपालिका में स्थाई करने की अनुशंसा बोर्ड बैठक में कर दी गई है। शिकायत होने के कारण मामला डीएलबी में विचाराधीन है। जैसे ही वहां से निर्णय होगा, स्थाई किया जाएगा।
– मोहम्मद सुहैल शेख, ईओ
पालिका रावतभाटा 2018 में सफाईभर्ती को लेकर दूसरे पक्ष के रवि मल्होत्रा, दिनेशकुमार ने डीएलबी में शिकायत की है कि 2018 की भर्ती में गड़बड़ियां थी। यहां पर कुल 87 पद खाली थे। भर्ती 128 पर कर दी गई थी। इसमें भी अनियमितता बरती गई थी। जिसकी जांच उपखंड अधिकारी कार्यालय में की गई थी। जिसमें कई अपात्र व्यक्तियों का भी चयन करना माना गया था। जबकि इस मामले में वर्तमान सफाई कर्मचारी हाईकोर्ट में भी गए थे। इन सबको लेकर मामला अभी उलझा हुआ है। जबकि 2 साल का परिवीक्षाकाल बाद ही इन्हें स्थाई किया जाना था।
लगभग 3 साल बीत चुके है, इसके बाद भी नगरपालिका ने स्थाई नहीं किया। ज्ञापन में बताया कि कई बार इस मामले में ज्ञापन दिया, आश्वासन दिया। कोई कार्यवाही नहीं हुई। इस दौरान 6 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। 2 कर्मचारियों को स्थानांतरण बेगूं कर उन्हें स्थाई कर दिया गया। उन्हें सभी लाभ दे दिए गए। शेष को स्थाई नहीं किया गया। नगरपालिका के सफाई कर्मचारी मंगलवार को भी हड़ताल पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक स्थाई नहीं किया जाता,तब तक हड़ताल जारी रखेंगे। नगरपालिका में 12 स्थाई कर्मचारी कार्यरत हैं। जिन्होंने सोमवार को सफाई व्यवस्था संभाली। कुछ ही जगहों पर सफाई हो पाई। बाकी शहर में कचरा पड़ा रहा।