दो दिन पहले जिला हॉस्पिटल में हुए बच्चे की मौत के मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। जिसके बच्चे की मौत हुई है, उसी के खिलाफ हॉस्पिटल के पीएमओ ने सदर थाने में मामला दर्ज करवा दिया। पीएमओ ने आईसीयू में संक्रमण फैलाने, राज कार्य में बाधा पहुंचाने जैसे कई धाराओं में 23 जनों के खिलाफ रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट पर सदर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।
जिला हॉस्पिटल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी (PMO) डॉ. दिनेश वैष्णव ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि 9 जुलाई को मोहम्मद हुसैन पुत्र जाहीद हुसैन निवासी बस्सी थाना बस्सी को पेट दर्द (अपेण्डेक्स) के इलाज के लिए परिजनों ने भर्ती कराया था। ऑपरेशन के बाद मरीज को वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। शाम 7 बजे तक मरीज ठीक होकर रिकवर हो चुका था। इस दौरान नर्सिंग ऑफिसर मौहसीन और मुकेश जाट वार्ड में कार्यरत थे।
दो बार मरीज ने टॉयलेट भी किया और स्वस्थ था। इसके बारे में नाइट ड्यूटी स्टॉफ सत्यनारायण धाकड़ को बताया। इसके बाद मरीज को उल्टी की शिकायत हुई तो आईसीयू में शिफ्ट किया। इलाज के दौरान मोहम्मद हुसैन की मौत हो गई। परिजनों ने हॉस्पिटल में इलाज में लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए शहर चित्तौडगढ़ और आस-पास गांवों के करीब 100 लोगों को बुला लिया।
डॉक्टर और स्टॉफ के साथ की अभद्रता
PMO ने बताया कि ये सभी लोग आईसीयू वार्ड के बाहर थे, जहां मौजूद डॉक्टर और स्टॉफ ने समझाने की कोशिश की। इसके बावजूद नहीं माने और मरीज के शव को आईसीयू से मोर्चरी नहीं ले जाने दिया। इसके अलावा यहां मौजूद हॉस्पिटल स्टॉफ और डॉक्टर से अभद्रता करते हुए राज्य कार्य में बाधा डाला।
सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। यहां समझाने के बाद भी आदेश की अवहेलना करते हुए आईसीयू के बाहर गेट पर बैठ कर कार्रवाई और मुआवजे के लिए दबाव बनाया। आईसीयू और हॉस्पिटल में अन्य गम्भीर बीमार मरीजों के अन्दर संक्रमण फैलने की आशंका होने से उप नियंत्रक चिकित्सा अधिकारी डा. मनीष वर्मा ने मृतक के शव को मोर्चरी में रखवाने के लिए लिखित रिपोर्ट दी।
आईसीयू में एडमिट अन्य मरीजों में संक्रमण फैलने का दिया हवाला
काफी मशक्कत के बाद बालक के शव को मोर्चरी में रखवाया गया। सोमवार को भी काफी लोग हॉस्पिटल परिसर और मोर्चरी के बाहर मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने पीएमओ डॉ दिनेश वैष्णव की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया।
रिपोर्ट में आरोप लगाया कि मृतक मोहम्मद हुसैन के परिजनों को 50 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग करते हुए हम सलाह होकर आईसीयू वार्ड के बाहर धरने पर बैठकर राज्य कार्य में बाधा डाला। मृतक के शव को आईसीयू से मार्चरी में शिफ्ट नहीं करने दिया और वार्ड में गंभीर रोग से पीड़ित मरीजों में संक्रमण फैलाने की कोशिश की।
सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग के आधार पर मामला दर्ज
हॉस्पिटल प्रशासन से यह घटना के बारे में जानकारी की गई और हॉस्पिटल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग देखी गई। इसके आधार पर मृतक के पिता जाहीद हुसैन पुत्र अब्दुल हमीद कुरेशी और उसके परिजनों सहित 23 जनों के खिलाफ रिपोर्ट दी गई। रिपोर्ट पर सबके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।