सरस डेयरी में आज दूध फटने को लेकर शिकायत आई है। कई बूथों से दूध वापस रिटर्न किए गए। दूध लेकर पहुंचे बूथ संचालकों का गार्ड के साथ जबरदस्त बहसबाजी हो गई। उनकी गाड़ी को अंदर नहीं आने दिया जा रहा था, इस बात को लेकर शुरू हुई बहस बाद में झगड़े में बदल गई। मौके पर बूथ अध्यक्ष को बुलाया गया। उनसे भी गार्ड ने अभद्रता किए जाने पर माहौल गरमा गया।
बीच-बचाव करने आए अधिकारियों ने दोनों पक्षों को समझाया और शांत करवाया। जितना भी दूध सरस डेयरी में लाया गया, उनको वापस चेंज करके दिया गया। वहीं, सरस डेयरी की ओर से मार्केटिंग इंचार्ज ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि इन दिनों चित्तौड़गढ़ में काफी गर्मी है। हो सकता है कि इस उमस भरे मौसम की वजह से दूध फट गया है।
काफी दिनों से आ रही थी दूध फटने की शिकायत
डेयरी एसोसिएशन के बूथ अध्यक्ष हरीश कुमार संत ने बताया कि यहां चित्तौड़गढ़ शहर में उनके दो बूथ है। एक पद्मनी मार्केट, कुम्भानगर में और दूसरा पुराने हॉस्पिटल के पास। उन्होंने बताया कि चित्तौड़ में जितने भी बूथ है, वहां से 10-15 दिनों से दूध फटने की शिकायत मिल रही है। इस मामले में बूथ सुपरवाइजर और अधिकारियों को भी सूचना दी गई, लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं किया। डेयरी के एमडी को जब इस बात की शिकायत की तो उन्होंने कहा कि आप लोग दूध भेज देवें तो हम रिटर्न कर देंगे। आज हम फटे हुए दूध के साथ जब सरस डेयरी पहुंचे तो यहां पर लगे गार्ड ने रोक लिया।
गार्ड ने रोका तो हो गई बहस
हमारा एक सिस्टम है कि हम दूध को गाड़ी के साथ भेजते हैं और पर्ची बना देते हैं कि कितना दूध रिटर्न करना है। लेकिन गार्ड ने चिल्लाते हुए कहा कि ना तो दूध अंदर जाने देगा और ना ही बाहर जाने देगा। फटे हुए दूध के बारे में पूछा तो गार्ड ने कहा कि रोड पर फेंक दो। उन्होंने कहा कि डेयरी हमसे रुपए लेती है। इतना बड़ा प्लांट है फिर भी यहां पर ऐसे शिकायत आ रही है।
लगाया आरोप- सरस डेयरी को फेल करना चाहते है यहां के कुछ कर्मचारी
बूथ अध्यक्ष हरीश कुमार संत ने आरोप लगाते हुए कहा कि यहां पर कार्यरत ऐसे कुछ लोग हैं, जो डेयरी को फेल करना चाहते हैं। ताकि अमूल का प्लांट यहां लग सके, जोकि गुजरात का है। इस मामले में मैं हाईकोर्ट तक भी गया हूं और सबसे कहा भी है कि एक भी बूथ अमूल का ना लगे। फिर भी कोई भी इस पर ध्यान नहीं दे रहा। आज की तारीख में 450 कैरेट अमूल का दूध आने लगा हैं, जिससे हमारे सरस डेयरी की दूध की डिमांड घटती जा रही है। इस तरह अगर रोज रोज दूध फटने की शिकायत आने लगी तो कुछ दिनों बाद हम बेरोजगार हो जाएंगे।
दूध फटने का मौसम हो सकता है फैक्टर
आज बस्सी से पूरी भरी हुई गाड़ी वापस आ गई। आज कुल 4 से 5 हजार लीटर दूध वापस किया गया। जब इस मामले में सरस डेयरी के अधिकारियों से बात हुई तो मार्केटिंग इंचार्ज एमएस सिद्दीकी ने बताया कि दूध फटने का एक फैक्टर मौसम भी हो सकता है। इतने उमस भरे मौसम में दूध का फटना भी स्वाभाविक है। आज हमारे पास शिकायत आई है, जिसे हमने सॉल्व कर दिया है। जितना भी दूध रिटर्न आ गया है, उसे हम चेंज करके दे रहे हैं।