बड़ी सादड़ी के सोमनाथ महादेव मंदिर में मंगलवार रात्रि को निरंकारी मंडल भीलवाड़ा द्वारा सत्संग का आयोजन किया गया। जोनल इंचार्ज महात्मा जगपाल सिंह राणावत द्वारा सत्संग में प्रवचन के दौरान कहा कि सत्संग के बिना विवेक प्रकट नहीं होता, सत्संग करने से संशय खत्म होता है। मानव जीवन में सत्संग अति आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि परमात्मा ने सृष्टि की कितनी सुंदर रचना की है, लेकिन सृष्टि में हमें रहना नहीं आ रहा है। सुंदर सृष्टि में रहकर मानव कहता है दुख ही दुख है।
मानव मन के अंदर विकार भरे हुए हैं जो सत्संग में जाने से खत्म होते हैं। सत्संग से इंसान बनते हैं। जिसमें प्रेम, दया, करुणा, सहनशीलता वाले गुण आते हैं। उन्होंने रामायण, श्रीमद्भागवत गीता, कुरान, पुराण, अवतार वाणी, का उदाहरण देते हुए कहा की परमात्मा प्रेम से प्रकट होता है।
जिनका सदभाव सरल होता है जो दासों का दास होता है। राम को केवल प्रेम ही प्यारा होता है। वर्तमान में सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज हर मानव को ब्रह्म ज्ञान देकर मानव को मानव से प्रेम करना सिखा रहे हैं। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को 76 वां अंतरराष्ट्रीय वार्षिक निरंकारी संत समागम 28, 29, 30 अक्टूबर 2023 दिल्ली समालखा में आयोजित होने वाले समागम का भी श्रद्धालुओं को न्योता दिया है।
इस अवसर पर गायत्री परिवार के प्रमुख रमेश चंद्र मोहिल का संत निरंकारी मंडल बड़ीसादड़ी द्वारा दुपट्टा पहनाकर पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि रमेश चंद चौधरी ने स्वागत किया एवं आभार व्यक्त किया। सत्संग के प्रारंभ में शीला एंड पार्टी, इंदिरा एंड पार्टी, परवीन एंड पार्टी, ओम एंड पार्टी, (भीलवाड़ा) नंदलाल मौर्य, भेरूलाल निरंकारी, मथुरा लाल गायरी, आदि ने गीत भजनों विचारों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर बड़ी सादड़ी के गणमान्य नागरिकों ने भी भाग लिया। इस मौके पर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष दिलीप कुमार चौधरी, पूर्व सरपंच विजय सिंह सारंगदेवोत, हेमेंद्र जानी, पूर्व सरपंच मदनलाल सालवी, अमृतलाल जाटोलिया, भोली राम झूणवार, नंदराम बाकोलिया, आदि मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन राधेश्याम रैगर ने किया।