बेगूं क्षेत्र के पारसोली थाने के कांस्टेबल मुकेश कुमार मीणा को एसीबी की चित्तौड़गढ़ टीम ने बुधवार शाम को 7500 रुपए की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। घूस की यह राशि ग्रामीण से अवैध शराब का केस नहीं बनाने की एवज में मांगी थी।
एसीबी चित्तौड़गढ़ के एएसपी कैलाश सिंह सांदू के नेतृत्व में घूसखोरी के विरुद्ध कार्रवाई की गई। पारसोली थाने में कार्यरत कांस्टेबल भीलवाड़ा जिला, जहाजपुर तहसील के गांव खारी का झोपड़ा के रहने वाले 38 साल उम्र के मुकेश मीणा पुत्र मांगी लाल मीणा को गिरफ्तार कर लिया है।
गांव बासोटा के रहने वाले गोपीलाल भील पुत्र भीमा भील से अवैध देशी शराब का केस नहीं बनाने के बदले 7500 रुपए की रिश्वत ली। पारसोली अस्पताल के सामने एक कंपाउंड के घर के बाहर कांस्टेबल को गोपीलाल ने फोन पर बुलाया। पत्नी के पेट दर्द का इलाज कराने ग्रामीण यहां आया था। एसीबी ने पहले से कारवाई की तैयारी की।जैसे ही रिश्वत के नोट कांस्टेबल को दिए एसीबी ने रंगे हाथों दबोच लिया।
15 हजार में तय हुआ था सौदा
गोपीलाल भील को बीट कांस्टेबल मुकेश मीणा ने करीब 15 दिन पहले अवैध देशी शराब के साथ पकड़ा। केस रफा-दफा कर छोड़ने की एवज में कांस्टेबल ने 20 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। गरीब ग्रामीण के आग्रह पर सौदा 15 हजार में तय हुआ। 5 हजार रुपए ग्रामीण ने मौके पर ही दे दिए थे। 2 हजार रुपए बाद में दिए। 8 हजार रुपए की और व्यवस्था के लिए अपने पहचान के लोगों से रुपए उधार लेने गया। इधर कांस्टेबल बार- बार रुपए के लिए फोन कर धमकी दे रहा था। जिससे वह तंग आ गया।
शिकायत पर की कार्रवाई
एसीबी के एएसपी कैलाश सिंह सांदू ने बताया कि गोपीलाल भील ने शिकायत की कि कांस्टेबल मुकेश मीणा अवैध शराब का केस नहीं बनाने के बदले रिश्वत की मांग कर रहा है। शिकायत का सत्यापन किया गया। बुधवार को एसीबी टीम द्वारा कांस्टेबल को 7500 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। मामले की जांच की जा रही है।