- सफाईकर्मियों की हड़ताल से सफाई व्यवस्था चरमराई, कचरे के ढेर लगे
नगरपालिका रावतभाटा के सफाई कर्मचारियों की चौथे दिन भी हड़ताल जारी रही। रावतभाटा में सफाई कुछ जगहों पर हुई, लेकिन कचरे के ढेर जगह-जगह लगे रहे। इससे बीमारी फैलने का अंदेशा हो गया है।
नया बाजार, पुराना बाजार और अन्य जगहों पर कचरे के ढेर लगे हुए हैं। लोगों का कहना है कि हड़ताल है तो दूसरी कर्मचारियों की पालिका व्यवस्था करे। सोमवार से सफाई कर्मचारी नगरपालिका कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं। पिछले 2 दिनों से कर्मचारियों से समझाइश की गई, लेकिन कर्मचारी इस बात पर अड़े हैं कि 5 साल हो गए अभी तक हमें स्थाई नहीं किया गया, जबकि 2 कर्मचारियों को दूसरी जगह तबादला कर स्थाई कर दिया गया।
सफाई कर्मचारी मोइनुद्दीखान और शिव चनाल ने बताया कि नगरपालिका ने 2018 में 128 सफाई कर्मचारी भर्ती किए थे। उन्हें सिर्फ 12 हजार 400 रुपए की राशि मिल रही है, जबकि 2 साल का परिवीक्षाकाल बाद ही इन्हें स्थाई किया जाना था। लगभग 3 साल बीत चुके हैं, इसके बाद भी नगरपालिका ने स्थाई नहीं किया। इस मामले में अधिशासी अधिकारी मोहम्मद सुहेल शेख का कहना है कि डीएलबी निदेशालय से मार्गदर्शन मांगा है। निर्णय उसके अनुसार ही होगा।
दूसरे पक्ष ने की भर्ती में गड़बड़ी की शिकायत
2018 में सफाईभर्ती को लेकर दूसरे पक्ष के रवि मल्होत्रा, दिनेशकुमार ने डीएलबी में शिकायत की है कि 2018 की भर्ती में गड़बड़ियां थी। यहां पर कुल 87 पद खाली थे, लेकिन भर्ती 128 पर कर दी गई थी। इसमें भी अनियमितता बरती गई थी। इसकी जांच उपखंड अधिकारी कार्यालय में की गई थी। इस मामले में वर्तमान सफाई कर्मचारी हाईकोर्ट में भी गए थे। इन सबको लेकर मामला अभी उलझा हुआ है। दूसरे पक्ष का भी कहना है कि हमें भी नियुक्तियां दी जाए।