श्रीसंघ के नेतृत्व में शुक्रवार को राष्ट्रपति के नाम का उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। हाल ही में कर्नाटक के नन्दी पर्वत आश्रम में विगत 20 वर्षों से रह रहे जैन आचार्य 108 श्री कामकुमार नंदी का अपहरण हुआ था, और इसके बाद उनकी नृशंस हत्या हो गई। इसके साथ ही, इस घटना के विरोध में संतों की सुरक्षा और अपराधियों के खिलाफ कठोर दंड देने की मांग उठाई गई है।
निम्बाहेडा सकल जैन ज्ञापन में बताया गया है कि जैन आचार्य 108 श्री कामकुमार नंदी, जो कि दिनांक 6 जुलाई को बैंगलोर जिले के चिक्कोडी तालुका के हीरे कोड़ी ग्राम से लापता हो गए थे, चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष भीमप्पा उगारे द्वारा उनकी लापता होने की शिकायत की गई थी। चिक्कोडी पुलिस ने संदेह के आधार पर दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया था। लापता संत की नृशंस हत्या करने और उनके टुकड़े-टुकड़े करके ट्यूबवेल में डालने की घटना से जैन समुदाय के सभी सदस्यों को गहरा दुख महसूस हो रहा है और इस घटना के संबंध में रोष व्याप्त है।
ज्ञापन में बताया गया है कि सभी संप्रदायों के जैन साधुओं ने अहिंसा का संदेश दिया है और वे गांव और ढाणी में पैदल ही विहार करते हैं। देश के प्रधानमंत्री भी विश्वभर में भारतीय संस्कृति के मूल तत्व अहिंसा को प्रचार करते हैं, और इसलिए इस समय एक जैन संत की निर्मम हत्या एक बड़ी दिलदहलाने वाली घटना है, जो जैन समाज के साथ ही भारत के सभी सनातनी लोगों के लिए असहनीय है।
सकल जैनश्री संघ ने ज्ञापन में भारत सरकार से मांग की है कि जैन संत की हत्या करने वाले आरोपियों पर कठोर कार्यवाही की जाए और उन्हें कड़े से कड़ा दंड दिया जाए, साथ ही किसी भी रूप में उनपर लीपा-पोती नहीं की जाए। इसके साथ ही, देशभर में एकांतवास करने वाले जैन संतों की सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा उपाय अपनाए जाने की मांग की गई है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं नहीं हों। इसके लिए राज्य सरकारों को भी जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए।
आदर्श कॉलोनी में स्थित राजेन्द्र सुरी ज्ञान मंदिर से हजारों महिलाएं और पुरुष तख्तियों के साथ मौन जुलूस के रूप में निकले और शेखावत सर्कल तक पहुंचे, जहां संयमपूर्वक कतारबद्ध होकर उपखंड कार्यालय पहुंचे। वहां से उद्घोष करते हुए दिगम्बर समाज, साधुमार्गी जैन संघ, वर्द्वमान स्थानकवासी जैन संघ, त्रीस्तुती जैन संघ, खरतर गच्छ, तपागच्छ संघ, शान्तक्रांत जैन संघ, तेरापंथ समाज और अन्य समस्त जैन सोशल ग्रुप के प्रतिनिधियों ने उपखंड अधिकारी रमेश पुनाडिया सिरवी को एक ज्ञापन सौंपा।