- बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ के लिए माता-पिता और प्रशासन जिम्मेदार
भास्कर संवाददाता | चित्तौड़गढ़ स्कूली बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी माता-पिता एवं प्रशासन की होती है। अभिभावकों को इस बात का विशेष ध्यान देना चाहिए कि वे घर से स्कूल भेजने के लिए स्कूल बस में ही भेजें ताकि बच्चे सुरक्षित रहें। यह बात वरिष्ठ नागरिक मंच मुख्यालय की सभा में वक्ताओं ने बच्चों की सुरक्षा विषय पर चर्चा के दौरान कही। वरिष्ठों ने कहा कि चंद रुपयों की बचत के लिए वे स्कूल बस के बजाय अन्य साधनों को प्राथमिकता देते हैं। इसलिए किसी भी प्रकार की दुर्घटना के लिए पहले माता-पिता व फिर प्रशासन जिम्मेदार हैं।
मुख्य अतिथि हरपाल सिंह राठी ने माता-पिता का आह्वान किया कि बच्चों को बचपन से ही संस्कार देकर चरित्रवान बनाएं। विशिष्ट अतिथि दिनेश खत्री ने भी संबोधित किया। महिला शक्ति व सम्मान के लिए मंच का आभार प्रकट करते हुए सुमन गुप्ता ने वरिष्ठ महिलाओं के अनुभवी विचारों को समाज तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम बताया। मंच अध्यक्ष बसंतीलाल जैन ने मुख्य अथिति राठी, विशिष्ट अतिथि मोहनलाल नामधर, देवीलाल आमेरिया, दिनेश खत्री व रेखा खत्री का अभिनंदन किया।
संचालन महासचिव राधेश्याम आमेरिया ने करते हुए कहा कि जैन संत की हत्या पर ज्ञापन देने का निर्णय लिया। महेंद्र कुमार जैन, रमेश चंद्र ओझा, राधेश्याम गुप्ता, शशि कला गुप्ता, केसरीमल भड़क्त्या, मदनलाल मेहता, राधेश्याम गहलोत, रजनी मांगीलाल लड्ढा, बालूराम रैगर, जीतमल, लक्ष्मी नारायण भारद्वाज, अंजना जैन, ओमप्रकाश ओझा, मनवीर सिंह, इंद्र कुमार गोयल, कृष्णचंद्र अग्रवाल, योगेश जानी, राधेश्याम जोशी, भीकचंद शर्मा, महेश बसेर सत्यनारायण सिकलीगर, दयाल चंद कोठारी, कमला शंकर मोड, बद्रीलाल स्वर्णकार, नंदकिशोर पारीक, एसके शर्मा उपस्थित थे। नए सदस्य अशोक नामधर व ओमप्रकाश सोनी का स्वागत किया। राष्ट्रगान कर मंच के संस्थापक सदस्य स्व. राधेश्याम चाष्टा को श्रद्धांजलि दी गई। धन्यवाद श्याम वैष्णव ने दिया।