Download App from

Follow us on

मातृकुंडिया धार्मिक पर्यटन प्रोजेक्ट में शामिल, 3 करोड़ रुपए से होगा विकास

  • हरियाली अमावस्या आज

राजनारायण शर्मा | चित्तौड़गढ़

मेवाड़ के हरिद्वार मातृकुंडिया तीर्थ विकास, सौंदर्यकरण और सुविधाओं के लिए पहली बार राज्य सरकार 3.08 करोड़ रुपए खर्च करेगी। आरटीडीसी को कार्यकारी एजेंसी बनाते हुए वित्तीय मंजूरी भी जारी हो गई।

सीएम गहलोत ने बजट में 12 धार्मिक स्थलों के संरक्षण, पुनरुद्धार व विकास के लिए 37 करोड़ 16 लाख 75 हजार रुपए की घोषणा की थी। इसमें जिले के राशमी क्षेत्र में स्थित मातृकुंडिया तीर्थ भी है। इस सूची में मेवाड़ के दो और धार्मिक स्थल भी हैं, लेकिन उनकी वित्तीय स्वीकृति जारी होना बाकी है। मातृकुंडिया तीर्थ विकास पर 3 करोड़ 8 लाख 50 हजार रुपए खर्च होंगे। वसुंधराराजे सरकार में यहां भगवान परशुराम पैनोरमा निर्माण हुआ। तीर्थ विकास का मास्टर प्लान भी बना, मंदिर परिक्षेत्र विकास के लिए पहली बार बड़ी राशि मंजूर होकर योजना धरातल पर आ रही है। केंद्र सरकार ने मेवाड़-वागड़ सर्किल में 48 लाख से 22 दुकानें, मंदिर मरम्मत, नवीनीकरण, कंपाउंड वॉल रेलिंग के काम करवाए थे। पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक विवेक जोशी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जिले में अब तक की सबसे बड़ी मंजूरी है। आरटीडीसी जल्द टेंडर करेगी। मातृकुंडिया मंदिर एवं लक्ष्मण झूले से गुजरते श्रद्धालु।

प्रदेश के ये 12 मंदिर शामिल हुए इस प्रोजेक्ट में… मातृकुंडिया राशमी चित्तौड़गढ़, तेजाजी स्थल सुरसुरा किशनगढ़, राधा माधव मंदिर वृंदावन जयपुर, कुशलबिहारी मंदिर बरसाना भरतपुर, रामचंद्र मंदिर बड़ी चौपड़ जयपुर, धारदेवी मंदिर कोटा, गोगाजी मंदिर हनुमानगढ़, बाबाजीराज मंदिर मांगरोल बारां, रूणेजा रामदेवा जैसलमेर, तेजाजी मंदिर खरनाल नागौर की स्वीकृति जारी हो गई। जलदेवी मंदिर सासेरा नाथद्वारा व नीमच माता मंदिर उदयपुर की वित्तीय स्वीकृति जारी होना शेष।

खबरें और भी हैं…

Share this post:

खबरें और भी हैं...

लाइव क्रिकट स्कोर

कोरोना अपडेट

Weather Data Source: Wetter Indien 7 tage

राशिफल