भदेसर(शेलेन्द्र जैन)। उपखंड क्षेत्र के आसावरा माता कस्बे में स्थित समता भवन में आचार्य श्री रामलाल जी म सा की आज्ञानुवर्ती सूशिष्या महासती श्री मनीषा श्री जी म सा आदि ठाणा 3 के सानिध्य में चतुर्मास चल रहा है।
चातुर्मास प्रारंभ होते ही जैन समाज सहित अन्य समाज के बंधुओं में धर्म के प्रति भारी श्रद्धा का भाव देखने को मिल रहा है एक तरफ जहां प्रतिदिन आयोजित हो रही धर्म सभा में धर्म प्रेमियों की उपस्थिति अच्छी संख्या में रह रही हैं वहीं दूसरी और तपस्या का भी ठाठ चल रहा है। प्रथम दिन से ही एक आसन उपवास तेला आदि प्रारंभ हो गए हैं तपस्या के क्रम में सोमवार को एक मास खमण मधु देवी मादरेचा धर्मपत्नी पारसमल मादरेचा के पूरा हो गया है।
इसी क्रम में सोमवार को मधु देवी जी मादरेचा धर्मपत्नी श्री पारस जी मादरेचा के आज 31 की तपस्या का पारणा संपन्न हुआ और वरघोड़ा निकाला गया जिसमें सकल जैन समाज के द्वारा भाग लिया और बाहर से सभी संघों से पधारे श्रावक श्राविकाओं ने भाग लिया।
सकल जैन समाज के द्वारा चातुर्मास का भरपूर लाभ लिया जा रहा है जिसमें छोटे बड़े बच्चे भाई बहन श्रावक का त्याग तप तपस्या ज्ञान प्रवचन धर्म चर्चा आदि के द्वारा लाभ ले रहे हैं l
इसी क्रम में मंजू देवी धर्मपत्नी पूरणमल लोढ़ा के भी 33 की तपस्या का पूर मंगलवार को है। लोढा की तपस्या के उपलक्ष में वरघोड़ा निकाला जाएगा अभी तक 1 महीने के चातुर्मास में लगभग 4 मास खमण पूरे होने वाले हैं तथा कमला देवी भंसाली के 17 की तपस्या गतिमान है साथ ही कैलाश बाई बाबेल के तपस्या गतिमान हैं और अभी तक 11 उपवास की तपस्या 8 उपवास की तपस्या भी हो चुके हैं। आसावरा माता श्री संघ के सदस्यों ने बताया कि गुरुदेव की असीम कृपा से आसावरा माता श्री संघ को यह चातुर्मास प्राप्त हुआ है इस चतुर्मास में तप त्याग धर्म आराधना का ठाठ लग रहा है।