कानोड़(भरत जारोली) । पर्वाधीराज पर्युषण पर्व के पांचवें दिन शनिवार की दोपहर एक बजे से केसरिया जी जैन मंदिर में स्नात्र पूजा का आयोजन किया गया ।
लाभार्थी इन्द्रमल महात्मा परिवार की श्रीमती मंजु महात्मा ने नवकार महामंत्र के जाप के साथ स्नात्र पूजा का आगाज किया। पूजा के बीच में परमात्मा को रिझाने के लिए इन्द्र मल महात्मा, उदय सिंह महेता, जवाहरलाल नागोरी, कालू लाल महात्मा, पुजारी अम्बा लाल , भूपेश महात्मा, भरत जारोली, दिलीप बाबेल आदि प्रभू भक्तों ने – बजे कुण्डल पुर में बधाई नगरी में वीर जन्मे महावीर जी…..,पावन बन जाते हम तेरा दर्शन करने से, मिट जाते सारे गम….., बोल बोल आदेश्वर वाला कांई थारी मुरजी रे, म्हा सू मुण्डे बोल……, मुझको मिले हैं प्रभू पार्श्वनाथ आज मेरा भाग्य खिला, जीवन की पुरी हुई आस आज मेरा भाग्य खिला….., शंखेश्वर का नाथ हे हमारा तुम्हारा, पार्श्व प्रभू के दर्शन पावे जीवन हो सुख कारा……, आदि भजनों की प्रस्तुति दे समा बाधंते हुए वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
पूजा के अंत में लाभार्थी महात्मा परिवार की ओर से समाजजनों को प्रभावना वितरित की गई। इन्द्र मल महात्मा व उदय सिंह महेता ने स्नात्र पूजा पढाई । आयोजन के पूर्व परमात्मा केसरिया जी की प्रतिमा को भरत जारोली व नाकोड़ा भैरव देव की प्रतिमा की अम्बा लाल ने भव्य अंगरचना कर आंगी धरायी । लाभार्थी श्रीमती मंजु महात्मा ने भगवान की अष्ट पूजा व नवअंग पूजा कर आरती की । अष्ट पूजा के तहत जल, चंदन, पुष्प, धूप, दीप, अक्षत, नैवेद्य, एवं फल पूजा कर परमात्मा को अर्पित किया गया। कोषाध्यक्ष भरत जारोली ने अपनी सेवाएं देते हुए सभी व्यवस्थाओं का संचालन कर आगन्तुक सहधर्मियों का स्वागत करते हुए आभार अभिव्यक्त किया । सांयकाल परमात्मा की आरती में पुरूषों सहित महिला शक्ति ने बढ़ चढ़कर कर भाग लेते हुए धर्म लाभ लिया। मंगलवार को नवपद जी की बडी पूजा का आयोजन मंदिर प्रांगण में किया जाना तय किया गया।