मामूली कहासुनी में ईंट-भट्टा मालिक का मर्डर कर दिया गया। बदमाशों ने पहले बिजनेसमैन को घर के बाहर बुलाया और उस पर चाकू से हमला कर दिया। इधर गुस्साए परिजनों ने आरोपी के ढाबे और शराब की दुकान में आग लगा दी। पुलिस की गाड़ियों पर भी पथराव किया और प्रतापगढ़-रतलाम हाईवे जाम कर दिया। मामला प्रतापगढ़ के खेरोट गांव में सोमवार देर शाम का है। गांव में अब भी तनाव की स्थिति है और मौके पर 200 से ज्यादा पुलिसवाले तैनात हैं।
थप्पड़ का बदला लेने के लिए हत्या
DSP हेरंभ जोशी ने बताया कि कोतवाली थाना इलाके के खेरोट गांव में ढाबा और ईंट भट्टा पास-पास हैं। ढाबा मालिक जयसिंह लबाना और ईंट भट्टा मालिक घनश्याम प्रजापत (38) पुत्र बंशीलाल प्रजापत के बीच धूल उड़ने की बात पर कुछ दिन पहले कहासुनी हुई थी।
सोमवार शाम 6 बजे इसी बात पर दोबारा कहासुनी हो गई। घनश्याम ने ढाबे के एक कर्मचारी को थप्पड़ मार दिया। घटना के बाद घनश्याम घर चला गया। रात 8 बजे जयसिंह समेत 6 लोग दो बाइकों पर घनश्याम प्रजापत के घर पहुंचे। उन्होंने पहले घनश्याम से मारपीट की, इसके बाद जयसिंह ने चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। घनश्याम की मौके पर ही मौत हो गई। वारदात के बाद सभी फरार हो गए।
आवाज लगाकर घर के बाहर बुलाया
घनश्याम के भाई अशोक प्रजापत ने बताया- बाइक पर आए बदमाशों ने आवाज लगाकर घनश्याम को घर के बाहर बुलाया। बाहर निकलते ही वे लोग उस पर टूट पड़े। शोर-शराबा सुनकर मैं आया तब वे घनश्याम से मारपीट करते हुए घर के अंदर घुसने की भी कोशिश कर रहे थे। उन्होंने घनश्याम के सीने पर चाकू से वार किए थे। वह अचेत होकर गिर गया। उसे हम प्रतापगढ़ जिला हॉस्पिटल ले गए। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
ढाबा और शराब ठेके में आग लगाई
हत्या से गुस्साए घनश्याम के परिजनों ने व दूसरे लोगों ने आरोपी जयसिंह लबाना के ढाबे और ठेके में सोमवार रात करीब 10 बजे आग लगा दी। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर रात को ही स्टेट हाईवे जाम कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस की गाड़ियों पर भी पथराव किया गया।
करीब चार घंटे बाद रात करीब 2 बजे मंत्री हेमंत मीणा और पुलिस की समझाइश के बाद जाम खोला गया। रातभर से मौके पर कई थानों की पुलिस तैनात है। अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों की तलाश के लिए अलग-अलग टीमें रवाना की गईं हैं।
20 घंटे बाद किया गया अंतिम संस्कार
मंगलवार दोपहर करीब साढे 3 बजे पुलिस और परिजनों के बीच सहमति बनी। इसके बाद परिजनों ने शाम साढ़े 4 बजे घनश्याम का अंतिम संस्कार कर दिया। अंतिम संस्कार के दौरान भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। शांति व्यवस्था को लेकर गांव में पुलिस जाप्ता तैनात है।