आमजन को ध्यान और योग से जोड़ने के लिए 21 देशों के कलाकार भारत की यात्रा पर आए हैं। ये देशभर में कार्यक्रम करके लोगों को योग के प्रति प्रेरित कर रहे हैं। इसी के तहत उदयपुर में सहजयोग परिवार की मेजबानी में महाशिवरात्रि पर 18 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर का आध्यात्मिक संगीतमय कार्यक्रम ‘योग धारा’ शाम 6 बजे सुविवि के विवेकानंद सभागार में होगा। इसमें रूस, अमेरिका, यूक्रेन समेत अन्य देशों के कलाकार शामिल होंगे। कार्यक्रम में कलाकार अपनी प्रस्तुति से ध्यान योग के बारे में बताएंगे।
भजन और देवी स्तुति की नृत्य-नाटिकाओं की प्रस्तुतियां भी होगी। खास बात यह है कि इन विदेशी कलाकारों ने ध्यान की महिमा को समझा। सनातन संस्कृति को समझाने के लिए विशेष रूप से हिंदी, संस्कृत और भारतीय शास्त्रीय संगीत की शिक्षा के बाद अब उसे जन-जन तक पहुंचा रहे हैं।
1970 में हुई थी सहजयोग ध्यान विधि की शुरुआत
कार्यक्रम का आयोजन सहजयोग ध्यान की प्रणेता निर्मला देवी के जन्म शती के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। निर्मला देवी ने सहजयोग ध्यान विधि की 1970 में की थी। उन्होंने परमात्मा के इस प्रेम संदेश को मानव मात्र तक पहुंचाने में पूरा जीवन लगा दिया। आज दुनिया के 150 देशों के साधक सहजयोग ध्यान से जुड़े हुए हैं।