15 सूत्री मांगों को सरकार से आश्वासन के बाद 6 फरवरी से हड़ताल कर रहे वन कर्मचारी रविवार काे काम पर लौटे। इसके साथ ही 3 दिन बाद सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क और सेंचुरी के दरवाजे खुले। हालांकि वीकेंड होने के बावजूद दोनों जगह महज 2,389 पर्यटक पहुंचे। अमूमन हर शनिवार और रविवार को क्रमश: 3000 से 3500 पर्यटक पहुंचते हैं।
कर्मचारी नेताओं ने बताया कि वन कर्मचारी संयुक्त महासंघ के प्रतिनिधि मंडल की वन विभाग के आला अधिकारियों की मौजूदगी में वार्ता हुई। सरकार ने मांगों को लेकर दो महीने का समय मांगा है। इसके बाद वन संघर्ष समिति ने आंदोलन खत्म करने का निर्णय किया और महिला गार्ड, फॉरेस्ट गार्ड, ड्राइवर, वनपाल, वनरक्षक सहित सभी कर्मचारी अपने-अपने कार्य स्थल पर पहुंच गए। वाहन चालक संघ के अजीतसिंह ने बताया कि सरकार से आश्वासन के अनुसार लंबित मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की उम्मीद है।
समय पर मांगें पूरी नहीं की गई तो कर्मचारियों को मजबूरन वापस आंदोलन की राह लेनी पड़ेगी। इधर, क्षेत्रीय वन अधिकारी गणेशीलाल गोठवाल ने बताया कि 3 दिन के इंतजार के बाद खुली सज्जनगढ़ सेंचुरी देखने के लिए 1419 पर्यटक पहुंचे। इनमें 1370 भारतीय, 31 विदेशी 31 और 18 छात्र शामिल है। इससे विभाग को दो लाख 38 हजार, 875 रुपए की आय हुई है।
दूसरी ओर, बायोलॉजिकल पार्क को देखने के लिए 970 पर्यटक आए। इनमें 728 भारतीय, 2 विदेशी और 240 छात्र हैं। इन टिकटों की बिक्री से विभाग को 35 हजार 420 रुपए मिले हैं। बता दें, इन कर्मचारियों ने पिछले हफ्ते धरना-प्रदर्शन शुरू किया था। पहले 3 दिन संभागीय आयुक्त कार्यालय, फिर 3 दिन सज्जनगढ़ बायो पार्क और सेंचुरी के प्रवेश द्वार के बाहर प्रदर्शन किया था।