दौसा. एक बार फिर चिकित्सा मंत्री के गृह जिले में निजी क्लिनिक या यूं कहे कि झोलाछाप के गलत इलाज से एक बेटी की डोली उठने से पहले उस पर पिता का साया उठ गया. मामला नांगल राजावतान थाना क्षेत्र के बड़ागांव का है जहां पर किशोरमल सैनी अपनी पत्नी कौशल्या देवी की तबियत खराब होने पर दौसा शहर के रामकरण जोशी स्कूल के सामने बालाजी ओम बालाजी मेडिकल पर दिखाने गया. जहां पर पत्नी के इलाज के दौरान किशोरमल सैनी ने तबियत नरम होने की बात कही और कुछ दवा देने की बात कही तो क्लिनिक पर मौजूद व्यक्ति ने आनन-फानन में इंजेक्शन लगा दिया.
इंजेक्शन लगाते ही मृतक के शरीर में खुजली हुई. जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई. तबीयत बिगड़ने पर निजी क्लिनिक के कर्मचारी ने दौसा जिला अस्पताल में भर्ती कराकर फरार हो गए. इधर जिला अस्पताल में मरीज किशोर मल सैनी को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. इधर अस्पताल प्रशासन ने कंट्रोल रूम को मामले की सूचना दी.
कंट्रोल रूम ने पूरे मामले की जानकारी नांगल थाना और परिजनों को सूचना दी. परिजनों द्वारा गलत इलाज किए जाने का आरोप लगाकर हंगामे की सूचना पर स्थानीय कोतवाली थाना पुलिस के मौके पर पहुंची. दोनों थानों की पुलिस की मौजूदगी में और परिजनों की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम करने के लिए शव को मोर्चरी में शिफ्ट कर दिया.वहीं परिजनों का आरोप है कि ओम बालाजी मेडिकल के कर्मचारी ने किशोरमल सैनी को गलत इंजेक्शन लगाया. जिससे चलते उसकी तबीयत बिगड़ गई और क्लिनिक के ही कर्मचारियों के द्वारा दौसा जिला अस्पताल के इमरजेंसी में भर्ती करा कर फरार हो गए. वहीं मृतक के परिजनों ने कोतवाली थाने के नामजद शिकायत दर्ज की है. जिसमें गलत इंजेक्शन से गलत इलाज से मौत होना आरोप लगाया गया है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.