बाड़मेर. प्रेमी जोड़ों के लिए वेलेंटाइन डे किसी त्यौहार से कम नहीं होता है, इस दिन का इंतजार प्रेमियों को पूरे एक साल से रहता हैं. लेकिन सरहदी बाड़मेर जिले गेमराराम के लिए 2023 वेलेंटाइन डे के लिए 28 महीने का इंतजार करना पड़ा है. इंतजार भी सरहद पार पाकिस्तान की जेल में. मंगलवार को वेलेंटाइन डे के दिन गेमराराम की वतन वापसी हो गई है जिसके चलते एक बार फिर गेमराराम की प्रेम कहानी लोगो की यादों में ताजा हो गई है.
करीब 28 माह पहले भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान गए सीमावर्ती बाड़मेर क्षेत्र के गेमराराम मेघवाल की वतन वापसी हो गई है. 5 नवम्बर 2020 की रात्रि में गेमराराम तारबंदी पारकर पाकिस्तान पहुंच गया था. जहां से रिहाई के लिए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष मानवेन्द्र सिंह ने कई बार विदेश मंत्रालय को पत्र लिख वतन वापसी की मांग उठाई थी.
सरहदी बाड़मेर जिले के चौहटन उपखण्ड क्षेत्र के सीमावर्ती कुम्हारों का टिब्बा सज्जन का पार के गेमराराम को 3 साल बाद पाकिस्तान ने रिहा कर दिया है. 5 नवम्बर 2020 की रात्रि भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमा को पारकर गेमराराम पाकिस्तान पहुंच गया. 5 नवंबर 2020 को गेमराराम ने तारबंदी लांघी लेकिन इसकी कानों-कान खबर किसी को नहीं हुई. इसके बाद 5 जनवरी को पाकिस्तान ने इसकी जानकारी भी बीएसएफ अधिकारियों को दी कि सीमा पार से युवक आया हैै.