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डूंगला। (रवि श्रीमाली) क्षेत्र में इन दिनों काला सोना कहे जाने वाली अफीम की फसल परवान पर है, इस फसल की देखभाल के लिए किसान फसल की बुवाई से लेकर दिन रात एक करते हुए खेतों पर लगा रहता है। डूंगला क्षेत्र के बिलोट सहित आसपास में फसल परवान पर है बिलोट पूर्व सरपंच देवेंद्र सिंह झाला ने बताया कि इस फसल के लिए किसान दिन रात मेहनत करता है यहां तक की जब तक फसल का काम पूर्ण नहीं होता तब तक किसानों का बसेरा भी खेत की मेड पर ही रहता है, पूर्व सरपंच झाला ने बताया कि क्षेत्र में किसानों ने विधि विधान से पूजा अर्चना कर अफीम लुवाई का काम शुरू किया है। सर्दी गर्मी चाहे कैसा भी मौसम हो किसान अपनी फसल की परवरिश में लगा रहता है कभी-कभी मौसम की प्रतिकुलता फसल को खासा नुकसान पहुंचाती है। डूंगला क्षेत्र के बिलोट, कटेरा, फलोदड़ा, पिराना, बड़वाई, अरनेड़, बिलोदा, किशन करेरी, करसाना, रावतपुरा क्षेत्र के कई गांव में अफीम की खेती होती है। किसान इस फसल को लेने के लिए भगवान से दिन-रात यही उम्मीद करते हैं कि किसी भी तरह के नुकसान से बचा कर उनकी मेहनत बेकार ना होने दें। विदित रहे इस फसल के लिए किसान आर्थिक, शारीरिक और मानसिक रूप से पूर्ण मेहनत से लगा रहता है।
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