भदेसर (शेलेन्द्र जैन)। कस्बा निवासी श्रीमती सौरम देवी मोदी पत्नी स्वर्गीय वर्दी चंद मोदी का गुरुवार को संथारा ग्रहण करने के पश्चात देवलोक गमन हो गया। उनका अंतिम संस्कार भदेसर मोक्षधाम पर किया गया।
भदेसर जैन समाज के सदस्यों ने बताया कि श्रीमती सौरम देवी मोदी की उम्र लगभग 96 वर्ष थी एवं गुरुवार प्रातः उनका स्वास्थ्य कुछ ज्यादा ही नरम होने पर परिवार जनों की उपस्थिति में उन्हें संथारा के प्रत्यखान कराए गए। संथारा के पश्चात परिवार जनों के द्वारा नवकार मंत्र का जाप प्रारंभ कर दिया गया तथा प्रातः 3:45 पर संथारा पूर्ण हो गया। श्रीमती सौरम देवी ने अपने जीवन काल में अनेक तपस्या की तथा उन्होंने अपना जीवन हर समय साधु संतों की सेवा में लगाया उनके जेष्ठ पुत्र पारसमल मोदी ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन काल में हमेशा धर्म एवं साधु संतों की सेवा करने को कहा तथा परिवार का हर सदस्य उनके बताए हुए धर्म के मार्ग पर हमेशा अग्रसर रहा है। समाज जनों ने बताया कि मोदी परिवार से एक सदस्य ने पूर्व में जैन दीक्षा अंगीकार कर रखी हैं तथा पूरा परिवार धर्म के प्रति समर्पित हैं उनके अंतिम संस्कार में जैन समाज सहित अनेक जनों ने शिरकत की। अंतिम संस्कार के लिए निकलने से पूर्व घर पर नवकार मंत्र का जाप किया गया तथा लोगसस एवं मंगल पाठ सुनाया गया। श्रीमती सौरम देवी द्वारा संथारा ग्रहण करने के पश्चात उन्हें साधु वेस पहनाया गया। जैन धर्म की मान्यता है कि संथारा ग्रहण करने के पश्चात जीव को मोक्ष की प्राप्ति मिलती है।