Dungarpur News : राजस्थान के डूंगरपुर के गणेशपुर और खेमपुर गांव में दो किमी की दूरी 200 सालों से मीलों की हो चुकी थी. दोनों गांव में रहने वाले वगाडिया पाटीदार समाज के 250 से ज्यादा परिवारों के बीच बातचीत बंद थी.
बुजुर्गों का कहना था कि करीब 200 साल पहले दोनों गांव के बीच एक शादी हुई थी. जिसमें दूल्हे की बारात जब गांव पहुंची तो दूल्हे से मजाक मस्ती के लिए एक खाट बनायी गयी और दूल्हे को उस पर बैठा दिया गया. लेकिन खाट टूट गयी और दूल्हे के सिर पर गंभीर चोट से उसकी मौत हो गयी. दोनों गांव के लोगों के बीच बातचीत बंद हो गयी. अब 200 सालों तक ये परंपरा पीढ़ी दर पीढ़ी चलती रही और दोनों गांव के बीच शादी ब्याह पर रोक रही.
समय बदला और गांव के युवाओं ने मामले को खत्म करने की कोशिश की और बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ और आखिरकार 200 साल के बाद दोनों गांव के लोग आपस में मिले. जिन परिवारों के बीच रिश्तेदारी थी, पीढ़ियों बाद मिले.
अपनों से मिलने की इस खुशी के गवाह रहें, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव कुलदीप सूत्रधार और समाज कल्याण अधिकारी अशोक शर्मा. इस दौरान दोनों गांव की महिलाओं ने एक दूसरे को माला पहनायी और फूट फूट कर रोई, वहीं दोनों गांव के पुरुषों ने एक दूसरे को गले लगा लिया. महिलाओं ने घूमर गाया और पुरुष ने दुश्मनी को आपसी समझौते से दूर कर मिसाल पेश की