यपुर में नाबालिग गर्लफ्रेंड को युवक ने मार डाला। गर्लफ्रेंड की गलती बस इतनी सी थी कि बॉयफ्रेंड की सगाई हो गई थी। इसको लेकर वह रोज-रोज उससे लड़ती थी। तंग आकर बॉयफ्रेंड ने गला घोंट दिया। यह खुलासा प्रतापनगर पुलिस ने किया है। लड़की का शव कानोता बांध में मिला था। तभी से पुलिस जांच में जुटी थी। पुलिस ने बॉयफ्रेंड व उसके भाई को रविवार को गिरफ्तार किया है।
DCP (ईस्ट) ज्ञान चन्द यादव ने रविवार को बताया- हत्या के मामले में बॉयफ्रेंड कमल धोबी (20) पुत्र गजानन्द धोबी और उसके भाई रवि धोबी (23) निवासी पीलवा रोड चंदवाजी जयपुर ग्रामीण को अरेस्ट किया गया है। कमल धोबी द्वारकापुरी प्रताप नगर में किराए पर रहकर पास ही स्थित कैफे में जॉब करता है। उसका भाई रवि धोबी मानबाग दिल्ली रोड पर किराए पर रहकर प्राइवेट जॉब करता है। पूछताछ में कमल ने 17 जनवरी की दोपहर नाबालिग गर्लफ्रेंड की गला घोंटकर हत्या करना स्वीकार किया। अपने बड़े भाई रवि की मदद से शव को कानोता बांध में फेंक दिया था।
गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी
DCP (ईस्ट) यादव ने बताया- 18 जनवरी को एक व्यक्ति ने प्रताप नगर थाने में नाबालिग भतीजी की गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। शिकायत में बताया था- उसकी 16 साल की भतीजी 17 जनवरी से लापता है। 11वीं क्लास में पढ़ने वाली भतीजी को कैफे में जॉब करने वाला कमल धोबी कहीं ले गया। इसके बाद से पुलिस टीम उसकी तलाश कर रही थी।
14 दिन बाद बांध में मिली लाश
SHO (कानोता) मुकेश कुमार खारडिया ने बताया- 1 फरवरी दोपहर करीब 2:30 बजे कानोता बांध में मछुआरे गए थे। मछली पकड़ने के लिए जाल फैलाने पर एक कंबल दिखाई दिया। पास जाकर देखने पर कंबल में युवती की लाश पड़ी थी। कानोता बांध में युवती का शव मिलने का पता चलने पर सनसनी फैल गई। पुलिस को सूचना दी गई। कानोता पुलिस ने बांध से शव को निकलवाने में जुट गई। मछुआरों की मदद से नाव उतारकर करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद शव को पानी से बाहर निकाला गया। दो दिन बाद लड़की की पहचान प्रताप नगर निवासी नाबालिग स्कूल छात्रा के रूप में हुई थी। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया था।
शादी की बात को लेकर हुआ झगड़ा
DCP (ईस्ट) ने बताया- नाबालिग की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि हुई। परिवार की सूचना पर कॉन्स्टेबल शंकर लाल और बजरंग लाल ने संदिग्ध कमल धोबी को पकड़कर पूछताछ की। सख्ती से पूछताछ में आरोपी ने नाबालिग गर्लफ्रेंड की हत्या करना स्वीकार किया।
पूछताछ में बताया- एक साल पहले वह उसके घर के पास ही मिला था। उसके बाद दोनों की दोस्ती हो गई। 17 जनवरी को कमल अपने गांव चंदवाजी से जयपुर आया। नाबालिग गर्लफ्रेंड को भैरू सर्किल प्रताप नगर से द्वारकापुरी प्रताप नगर स्थित खुद के कमरे पर लेकर गया। खुद की सगाई के बारे में बताया। ये भी बताया कि उसे उसकी ही जाति की लड़की से शादी करनी पड़ेगी। इस बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया। गुस्से में गर्लफ्रेंड का उसके ही दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी।
बड़े भाई से मांगी मदद
हत्या के बाद कमरे में शव को लॉक कर दिया। डर के मारे वह रात को भागकर नीमराण, अलवर चला गया। अगले दिन 18 जनवरी को वापस जयपुर लौटकर आया। दिल्ली रोड मानबाग पर रहने वाले बड़े भाई रवि के घर जाकर उसे पूरी बात बताई। शव को ठिकाने लगाने के लिए भाई रवि से मदद मांगी। भाई ने उसे डेड बॉडी को कानोता बांध में डालने का सुझाव दिया।
22KM बाइक पर रखकर ले गए शव
18 जनवरी की देर रात दोनों भाई बाइक से द्वारकापुरी प्रताप नगर स्थित उसके कमरे पर आए। गर्लफ्रेंड के शव को कंबल में बांधा। शव के पैर मोड़कर कंबल में बांध कर बाइक पर बीच में रख लिया। किराए के कमरे से रात के अंधेरे में 22KM दूर कानोता बांध पहुंचे। कंबल में बंधे शव को कानोता बांध के पानी में फेंकने के बाद चुपचाप वहां से लौट आए।