उदयपुर: मेवाड़ के दिग्गज नेता गुलाब चंद कटारिया अब असम के राज्यपाल बन चुके हैं.माना जाता है कि मेवाड़ में बीजेपी की राजनीति में इनके इशारे के बिना एक पत्ता तक नहीं हिलता.लेकिन कटारिया के राज्यपाल बनाए जाने के साथ ही मेवाड़ में राजनीतिक समीकरण बदलने की चर्चा शुरू हो गई है.इन्हीं चर्चाओं में सबसे तेज मेवाड़ की हॉट सीट वल्लभनगर विधानसभा की हो रही है.इस क्षेत्र के दिग्गज नेता और पूर्व विधायक रणधीर सिंह भिंडर बीजेपी से ही निकले हुए हैं.कटारिया के राज्यपाल बनने के बाद अब उनकी बीजेपी में इंट्री की चर्चा तेज हो गई है.वो 2013 से पहले बीजेपी में ही थे. बीजेपी से निकलकर 2013 में उन्होंने जनता सेना पार्टी के नाम से अपना राजनीतिक दल बनाया था.
बीजेपी में भिंडर की इंट्री वजह
रणधीर सिंह भिंडर 2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार थे.लेकिन बीजेपी ने उन्हें 2013 में टिकट नहीं दिया. इसकी वजह उन्होंने गुलाब चंद कटारिया को बताया था.उन्होंने कहा था कि कटारिया की वजह से उन्हें बीजेपी से टिकट नहीं मिला. इसलिए मैं नई पार्टी बना रहा हूं.भिंडर ने यह भी कहा था कि अगर मैं चुनाव जीतता हूं और बीजेपी को सीट की जरूरत पड़ी तो वो उसे समर्थन देंगे.इस बयान के पीछे उनकी वसुंधरा राजे से करीबी थी.भिंडर वसुंधरा के करीबी हैं. वसुंधरा राजे ने अपनी गौरव यात्रा में मेवाड़ में सभा थी.इस सभा में भिंडर ने वसुंधरा के साथ मंच साझा किया था. वह भी तब जब वो बीजेपी में नहीं थे.
कटारिया को बता दिया था रावण का अनुयायी
कटारिया और भिंडर के बीच कई बार जुबानी जंग छिड़ी.एक बार तो भिंडर ने गुलाब चंद कटारिया को रावण का अनुयायी तक बता दिया था.दरअसल कटारिया ने सीता माता पर एक विवादित बयान दिया था.इस पर भिंडर ने मई 2022 के एक कार्यक्रम में कहा कि रावण ने सीता अपहरण कर कोई गुनाह नहीं, यह कहकर वे पूरी रामायण को ही गलत साबित कर रहे हैं, जबकि भगवान राम का अवतरण ही राक्षस रावण और उसकी प्रवर्तियों को समाप्त करने के लिए ही हुआ था.ऐसा लगता है कटारिया जी रावण के अनुयायी हैं. इसी वजह से वो भगवान राम, महाराणा प्रताप और हमारे इतिहास को कोसते रहते हैं.
कटारिया के राज्यपाल बनने के बाद भिंडर ने एक ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ”कटारिया जी,मेवाड़ के कद्दावर नेता हैं, उनकी राजनीतिक सुझबुझ से मेवाड़ काफी वर्षों तक लाभान्वित होता रहा है. उनकी प्रतिभा को देखकर उन्हें ये पद दिया गया है, जिसको वे अपने अनुभव से सुशोभित करेंगे. मेरी और मेरे परिवार की तरफ से गुलाब चंद जी कटारिया को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं.”
कटारिया के पक्ष में खड़े हुए थे भिंडर
साल 2013 में गुलाब चन्द कटारिया के खिलाफ सोहराबुद्दीन मामले में सीबीआई ने चार्जशीट पेश किया था. इसके विरोध में बीजेपी ने कई ज्ञापन सौंपे थे. बीजेपी की देहात ईकाई ने भी जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा था.इस दौरान रणधीर सिंह भिंडर ने बताया था कि नेता प्रतिपक्ष कटारिया को सोहराबुद्धीन इनकाउंटर मामले में राजनीतिक षडयंत्र के तहत फंसाया गया है.कटारिया का इस मामले में नाम आने से पार्टी कार्यकर्ताओ में भारी रोष है.