चित्तौड़गढ़: भूपालसागर तहसील के ग्राम पंचायत अनोपपुरा के सरपंच कमलेश चौधरी ने बताया की हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड का जिंक स्मेल्टर दरीबा जो कि ग्राम पंचायत अनोपपुरा के वार्ड नंबर एक चकपापडिया मैं लेड प्लांट स्थापित है जोकि बहुत ही घातक प्लांट है. यह आबादी क्षेत्र से लगभग 30 से 40 किलोमीटर दूर होना चाहिए जोकि 200 मीटर दूर नहीं है. उसे सीधा सीधा प्रभाव आमजन पर पड़ रहा है. जिससे पूरी किसानों की जमीन बंजर हो गई, पूरे खेत खलियान सूख गए.
युवाओं में 75% से ज्यादा लेड की मात्रा पाई गई है. इन जहरीली गैसों के कारण टीबी ,कैंसर ,नपुंसकता, आमजन में फैल रही है. और पूरा पर्यावरण दूषित हो गया है . ग्राम पंचायत की एक भी गांव में पीने योग्य पानी नहीं बचा है . ग्राम पंचायत में इसके समाधान के लिए बहुत बार लीगल नोटिस भेजा गया फिर भी हिंदुस्तान जिंक ने कोई भी ग्राम पंचायत के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए . इतना होने के बाद भी हिंदुस्तान जिंक लोकल युवाओं को जो कि डिप्लोमा धारी हैं वह रोजगार के लिए भटक रहे हैं और बाहरी लोगों को रोजगार दिया जा रहा है .
सीएसआर फंड जोकि आसपास की पंचायतों मैं लगना चाहिए वह बड़े-बड़े मंत्रियों के विधानसभाओं में सीएसआर फंड को भेजा जा रहा है. इसीलिए आमजन में आक्रोश है जब तक मांगे पूरी नहीं होगी तब तक हिंदुस्तान जिंक स्मेल्टर बंद रहेगा. भूख हड़ताल जारी रहेगी. जिसकी समस्त जिम्मेदारी हिंदुस्तान जिंक के उच्च अधिकारियों की होगी. इन सभी मांगों को ग्राम पंचायत की कौरम में पारित किया गया है और पूर्व में इस प्लांट की अनापत्ति प्रमाण पत्र भी ग्राम पंचायत से जारी नहीं किया गया था. जनता को गुमराह करके यह प्लांट डाला गया. सरपंच कमलेश चौधरी एक सरपंच संघ के चित्तौड़ जिला अध्यक्ष भी है. उन्होंने बताया कि जरूरत पड़ी तो मेरे साथी पूरे जिले से आएंगे और अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाए .