राष्ट्र निर्माण में पंचायतीराज की भूमिका रही सर्वाधिक महत्वपूर्ण: सत्काल
रोजगारपरक शिक्षा और युवा शक्ति का सदुपयोग जरुरी: प्रो. वल्लभ
उदयपुर। चिंतन-मनन-सुझाव-निर्णय की थीम पर युवा मामले एवं खेल विभाग अंतर्गत राजस्थान युवा बोर्ड द्वारा उदयपुर में मंगलवार को मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय स्थित बप्पा रावल सभागार में सुबह 11 बजे से सायं 5 बजे तक संभाग स्तरीय युवा चिंतन शिविर का भव्य आयोजन हुआ।
कार्यक्रम में राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन के उपाध्यक्ष हर्षवर्धन सत्काल, प्रोफेसर गौरभ वल्लभ एवं राजस्थान युवा बोर्ड अध्यक्ष तथा राज्य मंत्री सीताराम लांबा बतौर अतिथि पहुंचे। उद्घाटन सत्र में अतिथियों का मेवाड़ी पगड़ी और उपरना ओढा कर स्वागत किया गया।
पंचायतीराज व्यवस्था ने लोकतंत्र को सशक्त किया: सत्काल
राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन के उपाध्यक्ष हर्षवर्धन सत्काल ने कार्यक्रम में आजादी से पूर्व और आजादी के बाद आए बदलावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अंग्रेज यह मानते थे कि भारत के लोग शासन चलाने में सक्षम नहीं है और अंग्रेजों के जाते ही यह देश बिखर जाएगा, लेकिन गांधी जी के देश ने साबित किया कि भारत दुनिया का सबसे मजबूत लोकतंत्र बन सकता है। उन्होंने अपने वक्तव्य में भारतीय संविधान की अहमियत पर प्रकाश डाला और देश की आजादी पर चर्चिल और गांधी के विचारों को बताया। इसके बाद उन्होंने भारत की समाजवादी व्यवस्था, विचारों की आजादी, देश निर्माण में पंचायतीराज की भूमिका, भारत में पंचायतों के विकास में महत्वपूर्ण पड़ाव, पंचायतीराज की स्थापना हेतु गठित समितियों, 73 वें तथा 74 वें संविधान संशोधन, त्रिस्तरीय शासन प्रणाली आदि पर प्रकाश डाला। उन्होंने देश के विकास और नीति निर्माण में ग्राम सभाओं की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। इसके अलावा युवाओं को सोशल मीडिया के फेक मेसेज से दूर रहने और सही शिक्षा ग्रहण कर आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया।यु
वाओं के जोश का देश की भलाई में हो सदुपयोग:वल्लभकार्यक्रम में पहुंचे प्रोफेसर गौरव वल्लभ ने अपने वक्तव्यों से युवाओं में समां बांध दिया। उन्होंने देश में रोजगार की समस्याओं पर विस्तार से अपने विचार व्यक्त किए और कौशल युक्त शिक्षा को रोजगार सृजन के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होनें युवाओं से अपने युवा जोश का देश की भलाई में उपयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सर्वाधिक युवा देश है, ऐसे में भारत अपनी युवाशक्ति का देश की प्रगति में उपयोग कर सकता है। उन्होंने अपने भाषण में डेमोग्राफीक डिविडेंट, युवा वर्क फोर्स, युवापरक योजनाएं, स्किल डवलपमेंट, एपीनेस इंडेक्स, रिसर्च एंड डवलपमेंट की भूमिका, इनोवेशन के महत्व, जीडीपी ग्रोथ आदि पर विस्तार से विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आज के युवाओं को भविष्य को ध्यान में रखते हुए सही कोर्सेज का चयन करना चाहिए जो उसे अच्छा रोजगार दिला सकें।युवाओं के सर्वांगीण कल्याण हेतु राज्य सरकार प्रतिबद्ध:लांबा
राजस्थान युवा बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम लांबा ने कार्यक्रम में पहुंचे अतिथियों का उदयपुर आने के लिए आभार व्यक्त किया। लांबा ने राज्य की युवा नीति निर्माण में इन संवादों की भूमिका को अहम बताया और कहा कि युवाओं के सुझाव से ही राज्य में ऐसी युवा नीति तैयार होगी जिससे राज्य का प्रत्येक युवा लाभान्वित होगा। उन्होंने कहा कि युवाओं की विकास में भूमिका को देखते हुए ही राज्य के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने युवाओं को समर्पित बजट को प्रस्तुत किया है। राज्य बजट में युवा कल्याण कोष की स्थापना देश भर में अनूठी घोषणा है। उन्होेंने राज्य में युवा बोर्ड द्वारा किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। बजट घोषणाओं पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान में युवा कोष बना है, हर जिले में यूथ हॉस्टल के लिए 75 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं, राजीव गांधी यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू किया गया है, यूथ फेस्टिवल हो रहे हैं, मुख्यमंत्री ने बम्पर भर्तियाँ अनाउंस की है, गत भारतीयों में समय पर नियुक्तियाँ दी गई है तथा वन टाइम रजिस्ट्रेशन की फेसिलिटी शुरू कर युवाओं को राहत दी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इन कदमों से युवाओं को सम्बल मिला है।
युवा नीति के निर्माण को लेकर दिए सुझाव
कार्यक्रम में राज्य सरकार की नई युवा नीति के निर्माण को लेकर उपस्थित युवाओं ने अतिथियों को कई जरूरी सुझाव दिए। इस दौरान युवाओं ने स्किल डवलपमेंट कोर्सेज को बढ़ावा देने, विश्वविद्यालयों में भविष्य की मांग अनुरूप नए कोर्सेज शुरू करने, स्टाफ के रिक्त पदों को भरने, अधिकाधिक रोजगार के अवसर सृजन करने, युवाओं के सर्वांगीण कल्याण हेतु केंद्र एवं राज्य की योजनाओं का समुचित ढंग से क्रियान्वयन करने आदि सुझाव दिए। इस मौके पर युवाओं ने अतिथियों से सवाल-जवाब भी किए।
कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
संभाग स्तरीय युवा चिंतन शिविर में जिला कलक्टर ताराचंद मीणा, समाज सेवी गोपाल लाल शर्मा, राजस्थान युवा बोर्ड के उपाध्यक्ष सुशील पारीक, युवा बोर्ड सदस्य कंचन कुमारी, समाजसेवी रामसिंह राव, नेहरू युवा संगठन राजस्थान के पूर्व निदेशक पवन अमरावत, जिला युवा अधिकारी शुभम पूर्बिया आदि उपस्थित रहे। इसके अलावा विभिन्न महाविद्यालयों के स्टूडेंट्स, ग्राम पंचायतों के सरपंच, वार्ड पंच, नगर निकायों के युवा पार्षद, युवा जिला परिषद सदस्य, युवा पंचायत समिति सदस्य आदि सम्मिलित हुए।