नीमच। गुरु का अर्थ अनंत भक्ति और शक्ति का अनंत भंडार ज्ञान और साधना का अनूठा संगम श्रद्धा से जिसने गुरु का दिल जीत लिया उसने साक्षात परमात्मा को पा लिया।
ज्ञानोदय हॉस्पिटल और विद्यालय के संयोजक परम गुरु भक्त अनिल चौरसिया ने कहा कि सन 1989 ब्रह्म ज्ञानी गुरुदेव कमलमुनि के संपर्क में आया तब मेरे पास कुछ नहीं था गुरु को स्वार्थ से नहींश्रद्धा से समर्पण से आस्था से मन मंदिर में बैठता है वह नौनिहाल हो जाता है यह मेरा प्रत्यक्ष अनुभव है। चौरसिया ने कहा कि तब में चूड़ी गली में 100 बच्चों से विद्यालय चलाता था गुरुदेव के चरणों पड़े आज इनकी कृपा से 16 कॉलेज और 10000 विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं।
संस्था की डायरेक्टर मधु चौरसिया ने कहा कि जब-जब गुरुदेव के चरण मेरे विद्यालय में पड़ते हैं एक नई बिल्डिंग का निर्माण हो जाता है। जावद मनासा उज्जैन ब्रांच बन चुकी है आपके आशीर्वाद से अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच नई दिल्ली मध्य प्रदेश शाखा की उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मेरे को सौंपी गई आपके विश्वास पर खरा उतरने का प्रयास करूंगी।
बताया कि कमल मुनि जी लब्धि और रिद्धि सिद्धि के भंडार हैं। देश के किसी भी कोने में हो हम आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि 4 साल पहले गुरुदेव पधारे इनका सपना था जैन दिवाकर गुरुदेव चौथमल जी महाराज साहब की जन्मभूमि में एक भव्य हॉस्पिटल बने सामान्य जनता का इलाज हो वह आज पुरा हुआ।
अनिल चौरसिया ने गुरुदेव का अभिनंदन करते हुए कहा कि गुरुदेव के आदेश को स्वीकार करके मांगलिक सुनकर धरती पर अस्पताल का कार्य प्रारंभ किया। आज ढाई बीघा में करीब 30 करोड़ की लागत से हॉस्पिटल तैयार हो गया आपके सानिध्य में ही 6 मार्च को लोकार्पण समारोह आयोजित किया जा रहा अब इलाज कराने के लिए उदयपुर अहमदाबाद नहीं जाना पड़ेगा ऐसा आशीर्वाद प्रदान करें इलाज के अभाव में कोई निराश ना हो।
कमल मुनि ने मंगल आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहा कि चौरसिया परिवार मेरा अंतेवासी शिष्य है। हनुमान की तरह अंतर भाव से समर्पित मीरा जैसा दीवानापन शबरी की तरह आस्था एकलव्य जैसी निष्ठा जिन्होंने गुरु भक्ति के अंदर नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
मुनि कमलेश ने कहा कि आपका विद्यालय विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हो ऐसी मेरी अंतरंग भावना है। चौरसिया ने नीमच जेल के अंदर भी गौशाला प्रारंभ करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है उसका उद्घाटन भी 6 मार्च को है।