बड़ीसादड़ी। श्रमण संघीय उप प्रवर्तनीय महासती शांता कुँवर, साध्वी मंगल प्रभा एवं साध्वी नयन प्रभा आदि ठाणा-3 ने गुरुवार को सांगरिया गांव में रात्रि विश्राम करने के पश्चात शुक्रवार को सुबह सांगरिया से विहार कर जरखना गांव होते हुए जरखना मोड़ पर पधारे जहां से अनेक श्रावक- श्राविकाओं के साथ कानोड़ दरवाजा, घंटाघर चौराया, नीमच रोड़ होते हुए गुरुदेव जैन दिवाकर के जयकारों के साथ होली चातुर्मास के लिए जैन दिवाकर सामायिक भवन में सुबह 9.45 पर मंगल प्रवेश किया।
जहां पर आयोजित मंगल प्रवेश सभा मे महासती शान्ता कुँवर मसा ने फरमाया की यह होली चातुर्मास धर्माराधना एवं कर्मो की निर्जरा करने के लिए किया जाता है। इसलिए इस चातुर्मास में ज्यादा से ज्यादा धर्म आराधना, सामायिक, एवं त्याग- तपस्या करने का लक्ष्य रखे। साध्वी मंगलप्रभा एवं साध्वी नयनप्रभा ने साता कीजो जी श्री शांति नाथ प्रभु शिव सुख दीजो जी.. भजन सुनाया। महासती शान्ता कुँवर मसा ने सभी को मांगलिक श्रवण कराई। श्री संघ मीडिया प्रभारी सुनील मेहता “कान्हा” ने बताया कि शनिवार से प्रवचन सुबह 9.15 बजे से 10.15 बजे तक जैन दिवाकर प्रवचन हॉल में आयोजित किये जायेंगे।
इससे पूर्व नवनिर्मित प्रवचन हॉल में पहली बार चातुर्मास के लिए पधारने पर लाल फीता लगा कर श्री संघ के सरंक्षक गणेश लाल नागोरी द्वारा गांठ खोल कर मंगल प्रवेश किया गया। मंगल प्रवेश में संघ अध्यक्ष दिलीप दक, मंत्री नरेंद्र सर्राफ, शांतिलाल पितलिया, अनिल मेहता, प्रकाश धाकड़, अभय मेहता,संजय नागोरी, राहुल मेहता, दिलीप मोगरा, जीवन जारोली, करण गदिया,सुनील गांग, दिलीप मेहता, अभय कंठालिया आदि अनेक श्रावक- श्राविकाएं उपस्थित थे।