पालिकाध्यक्ष गुड्डी बाई बोली भाजपा की हूं भाजपा की रहूंगी…
कानोड़। एक और जहां कांग्रेस के पालिका अध्यक्ष व उपाध्यक्ष रिश्वतखोरी के मामले में सलाखों के पीछे पहुंचने के बाद निलंबित हो गए, लेकिन फिर से कांग्रेसी अभी भाजपा की नवनियुक्त पालिकाध्यक्ष को अपने झांसे में लेने का दबाव बनाने लगे हैं। सरकार के आदेशानुसार कानोड़ नगरपालिका में एकमात्र एसटी पार्षद गुड्डी बाई मीणा को पालिकाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई लेकिन यह पालिका अध्यक्ष कांग्रेस की धुर विरोधी पार्टी भाजपा की होने से कांग्रेसियों को यह पद उनको देना रास नहीं आया और अंदर ही अंदर इस पालिकाध्यक्ष पर दबाव बनाने लगे और एक खाली स्टांप तक हस्ताक्षर करवा कर उससे ले लिया और कहा कि तुम्हें अध्यक्ष बना रहे हैं तो इस स्टांप की जरूरत है जब भाजपाई उक्त पालिका अध्यक्ष को बधाई देने पहुंचे तो यह राज खुला लेकिन पार्टी विचारधारा से जुड़ी गुड्डी बाई ने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी की थी और हमेशा भारतीय जनता पार्टी के साथ रहूंगी मैं पार्षद भारतीय जनता पार्टी के दम पर बनी हूं ना कि कांग्रेस से, चाहे कोई भी प्रलोभन दे मुझे स्वीकार नहीं होगा, मुझे तो सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के सभी पदाधिकारियों के सानिध्य में नगर के विकास करने का जो मौका मिला है उसमें खरा उतरने का प्रयास करूंगी। इधर भारतीय जनता पार्टी कानोड़ मंडल अध्यक्ष अनूप श्रीमाली, वल्लभनगर पंचायत समिति सदस्य रतन सिंह राठौड़, भाजपा मंडल महामंत्री दिनेश जोशी, नगर पालिका पार्षद लोकेश पुरोहित, ऋषभ जैन सहित भाजपा के पार्षद व मंडल पदाधिकारियों ने कांग्रेस के इस दबाव और कांग्रेस की इस करतूत के खिलाफ गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेसी अपनी विचार धारा से भटक गए हैं और किसी ना किसी तरह से पालिका अध्यक्ष पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन उनके इस प्रयास को सफल नहीं होने देंगे। भाजपाइयों ने कहा कि कांग्रेसियों को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए की हाल ही में उनके अध्यक्ष उपाध्यक्ष रिश्वत कांड में जेल की सलाखें देख चुके हैं और अब निलंबित हुए हैं। कांग्रेस पार्टी के जिम्मेदारों को शर्म महसूस होनी चाहिए लेकिन यह तो फिर से उल्टी चालें चलने व अन्य पार्टी के सदस्यों को अपने पाले में लेने का प्रयास कर लोकतंत्र की मर्यादा तक को खंडित कर रहे हैं।