डूंगला। झीलों की नगरी उदयपुर में होली चातुर्मास पूर्ण कर सूम्् ् दिशा में विहार कर रहे आगमज्ञाता, प्रज्ञामहर्षि, वाणी के जादूगर डॉ. समकितमुनिजी म.सा. आदि ठाणा शनिवार को प्रसिद्ध जैन तीर्थ केसरियाजी (ऋषभदेव) पहुचेगे।
मुनिश्री शुक्रवार को अहमदाबाद रोड पर स्थित काया जैन मंदिर से विहार कर ऋषभदेव से 20 किमी नजदीक पहुच गए। विहार यात्रा में उनके साथ पूज्य भवान्त मुनिजी एवं पूज्य जयवन्त मुनिजी भी है। मुनिश्री डूंगरपुर जिले से होते हुए गुजरात क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। उनकी अप्रेल के प्रथम सप्ताह सूरत पहुंच श्रमणसंघीय आचार्य श्रीशिवमुनिजी म.सा. की दर्शन की भावना है। इसके बाद महाराष्ट्र के नासिक की दिशा में विहार होंगा जहां उनके सानिध्य में 23 अप्रेल को अक्षय तृतीया पर वर्षीतप पारणा महोत्सव होंगा। उनका वर्ष 2023 का चातुर्मास पूना के आदिनाथ जैन स्थानक भवन के लिए घोषित है,जहां चातुर्मासिक प्रवेश 25 जून को होगा।