प्रकरण में पूर्व गिरफ्तारशुदा अाराेपी पारस गुर्जर ने स्वयं के खेत में लगा रखे अफीम के अवैध पौधों की देखरेख, साफ-सफाई, पिलाई इत्यादि कार्य करने लिए अाराेपी रामलाल को रख रखा था, जो उक्त कार्य करने के लिए 200 रुपए प्रतिदिन लेता था। वहीं पारस गुर्जर के खिलाफ मारपीट का प्रकरण भी दर्ज है। अाराेपियाें के खिलाफ 12 मार्च को सूचना मिली। इस पर पुलिस पुसालों का खेड़ा ग्राम पंचायत काकरोद में पारस गुर्जर के खेत के पास पहुंचे ताे खेत के चारों तरफ पत्थर की दीवार 5 से 6 फीट ऊंची बनी हुई थी। दीवार के अंदर खेत में कुआं खुदा हुआ व खेत में गेहूं की फसल के बीच में अफीम की फसल खड़ी मिली।खेत का निरीक्षण किया तो गेहूं की फसल के बीच में 10 क्यारियाें में अफीम की फसल बोई हुई मिली। अफीम के पौधों के बीच में कुछ पौधे सरसों के बोए मिले। पारस गुर्जर ने खेत में उगाई अफीम के फसल के पौधों से अलग ही प्रकार की खुशबू आ रही थी। अफीम के पौधों का वजन 868 किलोग्राम निकला। पुलिस ने पारस गुर्जर की तलाश की परंतु वह नहीं मिला। देवगढ़ थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत कांकराेद के पुसालाें का खेड़ा में अफीम की अवैध खेती करने पर रविवार देर शाम फरार सहयाेगी अाराेपी काे गिरफ्तार किया गया। थानाधिकारी डाॅ. हनुवंत सिंह राजपुरोहित ने बताया कि पुसालाें का खेड़ा देवगढ़ निवासी रामलाल (60) पुत्र हजारीलाल सालवी काे गांव के ही छीतर गुर्जर के खेत में अफीम की अवैध खेती करने में सहयाेग करने के अाराेप में गिरफ्तार किया गया। पूर्व में पारस (40) पुत्र छीतर गुर्जर काे गिरफ्तार किया गया था। वहीं खेत मालिक छीतर गुर्जर की तलाश जारी है।