उदयपुर के सलूम्बर में आबकारी थाना प्रहराधिकारी राजेन्द्र प्रसाद जाटव को शुक्रवार को एसीबी डूंगरपुर की टीम ने 6 हजार रूपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपी राजेन्द्र ने यह राशि लाइसेंसशुदा शराब की दुकान से तीन माह की बंधी के रूप में लिए थे। पकड़ा गया आरोपी शराब की दुकानों पर बंधी देने के लिए लगातार दबाव बनाता था, बंधी नहीं पहुंचाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए डराता-धमकाता था।
एसीबी डूंगरपुर के डीएसपी हैरम्ब जोशी ने बताया कि यह राशि उसने प्रतिमाह 2000 रूपए के हिसाब से जनवरी 2023 से मार्च 2023 तक त्रैमासिक बंधी के रूप में मांगी थी। मामले में राजेन्द्र के आवास सहित अन्य ठिकानों की भी जांच की जा रही है।
दलाल होमगार्ड को 6 हजार रूपए देने को कहा था, फिर खुद ने ली राशि
57 वर्षीय आरोपी राजेन्द्र प्रसाद जाटव मूलतय दौसा जिले की महुवा तहसील में सलेमपुर गांव का रहने वाला है। वर्तमान में उदयपुर के सलूम्बर में आबकारी विभाग में प्रहराधिकारी के पद पर कार्यरत है। राजेन्द्र के खिलाफ परिवादी किशनलाल पूर्बिया निवासी सलूम्बर ने एसीबी डूंगरपुर को शिकायत की थी कि उसकी पुत्री किनल पूर्बिया के नाम से सलूम्बर में देशी शराब की लाइसेंसशुदा दुकान है।
शिकायत में बताया कि राजेन्द्र बंधी देने के लिए उन्हें अक्सर तंग करता। उसने 6 हजार रूपए त्रैमासिक रिश्वत अपने दलाल होमगार्ड प्रवीण सिंह को सौंपने के लिए कहा था। शुक्रवार को प्रवीण कार्यालय में ंमौजूद नहीं था तो प्रहराधिकारी राजेन्द्र ने यह राशि परिवादी से सलूम्बर आबकारी कार्यालय में ली। जिस पर वह रंगे हाथों एसीबी टीम के हत्थे चढ़ गया।