जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का सोमवार को प्रदेशभर में 2622वां जन्म कल्याणक महोत्वस मनाया जा रहा है। इस दौरान विभिन्न शहरों में शोभायात्रा निकाली गई। वहीं जैन मंदिरोंं में मस्तकाभिषेक व अष्ट द्रव्यों से पूजा-अर्चना की गई।
इसी क्रम में जयपुर, अजमेर, बाड़मेर, नागौर, सवाईमाधोपुर, दौसा आदि शहरों में भव्य आयोजन हुए। जैन समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में इसमें भाग लिया।
जयपुर में सोमवार को भगवान महावीर शहर भ्रमण पर निकले। इस दौरान बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग भी थे। वहीं अजमेर में सोने के रथ में भगवान महावीर को विराजमान किया गया। बाड़मेर में भी महावीर जयंती पर विशेष आयोजन हुए। यहां जैन समाज के 22 मीटर लंबे झंड़े को शामिल किया गया। इसे करीब 60 महिलाएं शोभायात्रा में संभालते हुए चल रहीं थी।
अजमेर
जैन मंदिरों में मस्तकाभिषेक व अष्ट द्रव्यों से पूजा-अर्चना की गई। अलग-अलग मंदिरों से प्रभात फेरियां हुई और फिर शोभायात्रा निकाली। शहर के मुख्य मार्ग- बाजारों से होकर गुजरी शोभायात्रा का विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक संगठनों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। शोभायात्रा में समाज का हर आयु वर्ग का सदस्य शामिल हुआ। पुरुषों ने सफेद रंग के कुर्ता-पायजामा श्वेत वस्त्र व महिलाओं ने केसरिया-लाल परिधान पहनकर भाग लिया।
यहां शोभायात्रा में सोने के रथ को भी शामिल किया गया। सोमवार को तड़के जैन मन्दिर केसरगंज में राजा सिद्धार्थ के दरबार में ब्राह्मी महिला मण्डल द्वारा बधाईयां गाई गई। केसरगंज जैन मन्दिर से त्रिशला नंदन भगवान महावीर स्वामी की प्रभात फेरी निकाली। प्रभातफेरी केसरगंज जैन मन्दिर से प्रारम्भ होकर बाबू मौहल्ला, सेन्ट एन्सलम स्कूल, केसरगंज गोल चक्कर, आदिनाथ मार्ग पड़ाव, कबीर मार्ग, टीकमगंज, स्टेशन रोड, पुलिस चौकी केसरगंज होते हुए पुनः जैन मन्दिर पहुंची। इसके बाद महावीर स्वामी की विशाल रथ यात्रा का जूलूस श्रीपार्श्वनाथ दिगम्बर जैसवाल जैन मन्दिर महावीर मार्ग केसरगंज से प्रारंभ हुआ। जुलूस में भगवान महावीर स्वामी के जीवन पर आधारित 40 झांकियां, स्वर्णमयी सफेद घोड़ों का रथ, जिनवाणी रथ, ऐरावत हाथी, 11 घोड़े, उद्घोषक रथ, 7 बैण्ड, 21- ढोल सहित संगीत मंडली के साथ सैकड़ों धर्मावलंबी सम्मिलित हुए।
जयपुर
शहर में सोमवार सुबह सात बजे मनिहारों का रास्ता स्थित महावीर पार्क से रामलीला मैदान के लिए विशाल शोभायात्रा निकाली गई। भगवान महावीर के जीवन चरित्र को दर्शाने के साथ ही कई सामाजिक दृश्यों को दर्शाते हुए भी झांकियां सजाई गई है। भगवान रथ में विराजमान होकर नगर भ्रमण को नकले है। यह शोभायात्रा चौडा रास्ता, त्रिपालिया बाजार न्यू गेट होते हुए रामलीला मैदान पहुंची। यहां आचार्य वसुनंदी के सान्निध्य में धर्म सभा आयोजित की गई। इस मौके पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, विधायक अमीन कागजी, उपमहापौर पुनीत कर्णावट शहर के कई जनप्रतिनिधि सहित सकल जैन समाज के नामी लोग व आमजन शामिल हुए। सभा की ओर से प्रकाशित महावीर जयंती स्मारिका के 58 वें अंक का विमोचन हुआ।
रथ यात्रा में तीर्थ बचाओ, भगवान महावीर का जन्म कल्याणक महोत्सव, संस्कारों की पाठशाला, समाधिमरण में ही जीन है, हथकरघा, मात्रा त्रिशला के सोलह स्वप्न, जिनवाणी का वरण, सुरक्षित विश्व और पर्यावरण, रक्तदान का महत्व, शाश्वत सिद्धक्षेत्र सम्मेदशिखर की वंदना सहित अन्य झांकियां खास रही। कार्यक्रम में कुल 25 से अधिक झांकियां नजर आई।
बाड़मेर
महावीर स्वामी के 2622 में जन्म पर जैन न्याति नोहरे प्रताप जी की पोल से शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा का गौ सेवा आयोग अध्यक्ष और विधायक मेवाराम जैन और सकल संघ के अध्यक्ष प्रकाश वेङरा ने धर्मध्वजा दिखाकर रवाना किया। शोभायात्रा में घोड़े, हाथी पर युवक-युवतियां सवार होकर निकली। शोभायात्रा का जगह-जगह फूल बरसा कर स्वागत किया गया। शोभायात्रा रवाना होने के साथ 22 मीटर धर्म ध्वजा लिए लड़कियां और महिलाएं साथ लेकर चली।
जैसलमेर
नागौर
दौसा
सवाई माधोपुर
चित्ताैड़गढ़
भीलवाड़ा