कानोड़ (भरत जारोली)। भींडर उपखंड क्षेत्र के अंतर्गत संचालित श्री नागेश्वर पाश्र्वनाथ गौशाला बांसड़ा का प्रशासन के निर्देशानुसार गौशाला में संधारित गोवंश का सुनीता सांखला तहसीलदार भींडर, डॉक्टर अनिल काले, वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी खेरोदा डॉ राकेश शर्मा धावड़िया ने भौतिक सत्यापन किया।
प्राणी मित्र श्याम चौबीसा संस्थापक सचिव ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार गौशाला का निरीक्षण किया गया व एक दिवसीय शिविर लगाकर जीन गोवंश के टैग नहीं लगी हुई थी उन्हें टेक लगाई गई। बीमार गोवंश की चिकित्सा कर उचित मार्गदर्शन दिया। प्रभारी गौशाला डॉक्टर अनिल काले ने निर्देश दिया कि गौशाला में व्यवस्था के अनुसार ही गोवंश रखा जाए । गौशाला निराश्रित गोवंश के लिए है ना कि पशु पालकों के द्वारा गौशाला में छोड़े जाने वाले गोवंश के लिए हैं। इसलिए व्यक्तिगत गोवंश को गौशाला में आश्रय नहीं दिया जाए। इस अवसर पर गोवंश की गणना की गई जिसमें 306 गोवंश पाए गए। गोवंश के अनुपात में छाया नहीं होने के कारण बाद में समस्या आती है इसलिए व्यक्तिगत गोवंश को न लिया जाए। भरत जारोली अध्यक्ष के अनुसार इस अवसर पर पशुधन सहायक लोगन चंद मीणा, अभय सिंह राठौड़, करण सिंह नाथावत, अजय सांखला, विनोद कुमार शर्मा, सांवरमल कासवा, सांवरमल दातेल ने सेवा प्रदान की।