विवाहिता ने जहर खाकर अपनी जान दे दी। सुसाइड के कारणों का अभी तक पता नहीं चला है। बेटी की मौत की सूचना पर एमपी से परिवार चित्तौड़गढ़ पहुंचा। इसके बाद पोस्टमार्टम किया गया। महिला अपने पति और 5 साल की बच्ची के साथ दो दिन पहले ही चित्तौड़गढ़ शिफ्ट हुई थी।
हॉस्पिटल चौकी की महिला इंचार्ज एएसआई सुभाष ने बताया कि झालावाड़ का रहने वाला कमल जायसवाल गायत्री मंदिर में काम करता है। पहले वह कोटा के गायत्री मंदिर में ही काम करता था। ट्रांसफर होने पर दो दिन पहले ही 17 अप्रैल को अपनी पत्नी ज्योति जायसवाल और 5 साल की बच्ची के साथ चित्तौड़गढ़ आया था। यहां तीनों गायत्री मंदिर परिसर में बने स्टाफ रूम में रहते थे।
भाई के आने पर मेडिकल बोर्ड से करवाया पोस्टमार्टम
उसकी पत्नी ज्योति जयसवाल ने बुधवार को पॉइजन खा लिया। पत्नी की तबीयत खराब होने पर वह उसे हॉस्पिटल लेकर गया लेकिन तक तब जान जा चुकी थी। सदर थाना पुलिस ने हॉस्पिटल जाकर विवाहिता के पीहर वालों को हादसे की सूचना दी। विवाहिता का भाई जितेंद्र पोरवाल उज्जैन से चित्तौड़गढ़ पहुंचा।
उन्होंने किसी पर भी शक नहीं बताया। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। विवाहिता की शादी 2017 में हुई थी। सात साल पूरा नहीं होने के कारण एसडीएम को जांच सौंपी गई है।