घर में काम करते समय उंगली कटने, स्किन छिलने या जलने जैसी चीजें होती रहती हैं। मौसम बदला नहीं कि बच्चे छींकने लगते हैं। सर्दी, खांसी, बुखार, बदन दर्द आम होता है। कुछ लोग तो छोटी-छोटी चीजों से भी परेशान रहते हैं जैसे एसिडिटी, बदहजमी, जोड़ों में दर्द, पसीना अधिक आना। कई लोगों को तरह-तरह का फोबिया होता है जैसे ऊंचाई से डरना, परीक्षा का डर, पानी से डरना। इन चीजों में होम्योपैथी दवाइयां असरदार होती हैं।
होम्योपैथी की दवाओं में छोटी-छोटी मीठी गोलियों की भूमिका बड़ी कारगर और असरदार होती है। होम्यो चिकित्सकों का कहना है कि इन गोलियों को खाने के बाद केला-दही नहीं खानी चाहिए। साथ ही इन्हें हाथ से छूना भी नहीं चाहिए। चिकित्सकों के अनुसार यह छोटी-छोटी मीठी गोलियाँ खाली पेट लेने से अधिक असरकारक होती हैं।
आज हम अपने खास खबर डॉट कॉम के पाठकों को कुछ ऐसी ही होम्योपैथी दवाओं के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें वे स्वयं घर पर भी तैयार कर सकते हैं और छोटी-मोटी तकलीफों में उन्हें लेकर स्वयं को बीमारी से मुक्त कर सकते हैं।
Aethusa 6 या 30
कई बच्चे दूध नहीं पीना चाहते तो कुछ दूध पीने के बाद उल्टी कर देते हैं। जब बच्चों के दांत निकलते हैं तो दस्त होता है। ऐसे में यह दवा कारगर है। कुछ बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता या फिर ध्यान नहीं केंद्रित कर पाते, तो कुछ पेरेंट्स बच्चों की मेमोरी पावर कम होने की शिकायत करते हैं। डॉक्टर की सलाह पर Aethusa 6 या 30 दवा दी जा सकती है।
Belladona 6, 30 या 200
बच्चों के लिए यह जरूरी दवा है। अगर आपके घर में बच्चे हैं तो यह दवा रखनी चाहिए। तेज बुखार के साथ चेहरे पर लाल दाने आ जाएं, सिर दर्द हो यह दवा दी जा सकती है। कई लोगों को शिकायत होती है कि थोड़ी-थोड़ी देर पर शरीर में दर्द होता है और अपने आप चला भी जाता है। ऐसे में Belladona 30 या 200 की दो-तीन खुराक देने से ठीक हो जाता है।
Bryonia 30 या 200
अगर कॉन्स्टिपेशन की शिकायत है तो Bryonia 200 काम आती है। सूखी खांसी, खांसने और सांस लेने में छाती में दर्द जैसी तकलीफ में यह दवा फायदा पहुंचाती है। जोड़ों में दर्द, चलने-फिर में दर्द बढ़ जाए तो ब्रायोनिया ली जा सकती है।
Pulsatilla
हर घर में तेल और घी का इस्तेमाल होता है। इनसे बने भोजन को खाने के बाद अगर बदहजमी की शिकायत हो तो पल्टैसिला खाएं। इससे राहत मिलती है। कुछ लोगों को अधिक गर्मी लगती है, प्यास भी नहीं लगती, सिर चकराने या बेहोशी जैसा हो तो ये दवा देनी चाहिए। होम्योपैथी किट में यह दवा जरूर रखें। जिन महिलाओं को पीरियड्स आने में देरी हो या पीरियड्स के दौरान दर्द हो तो पल्टैसिला खाना चाहिए।
Nux-vomic
मिर्च-मसाला या तीखा खाने वालों को बदहजमी होती है। बार-बार शौच जाना होता है। साथ ही जो लोग फिजिकल एक्टिविटी कम करते हैं उन्हें नक्स-भोम लेना चाहिए।
Natrum mur/Natrum phos
बहुत से लोग अधिक नमक खाते हैं। उन्हें चटपटी चीजें जिनमें नमक अधिक होता है उसे वो चाव से खाते हैं। इस आदत को छुड़ाने के लिए Natrum mur देनी चाहिए। सिर दर्द और बुखार में इसे दिया जा सकता है। एसिडिटी, खट्टी डकार, पेट में गैस बनना, पेट में कृमि हों, जीभ का रंग बदला दिखे तो Natrum phos दवा देनी चाहिए।
Chamomila बच्चों के दांत निकलते समय सभी पेरेंट्स परेशान हो जाते हैं। बच्चा दर्द से रोता है। ऐसे में Chamomila कारगर है। जब बच्चों में दांत निकल रहा हो तब कैलकेरिया फोस 30 या 200 देना चाहिए। पेट में गैस होने पर भी यह दवा काम करती है। बच्चों में चिड़़चिड़ापन हो या बच्चे ज्यादा गुस्सा करें तो यह दवा देनी चाहिए। कई बार छोटे बच्चे ज्यादा रोते हैं। गोद में लेकर घुमाने से भी आराम नहीं मिलता, तब यह दवा असर करती है।
Cina 6, 30 या 200
बच्चों में चिड़चिड़ापन हो, पेट में कृमि पड़ जाएं तो यह दवा दी जा सकती है। कई पेरेंट्स इसकी शिकायत करते हैं कि उनके बच्चे उंगली में नाक डालते हैं। इस आदत को छुड़ाने के लिए Cina दवा देनी चाहिए।