चित्तौड़गढ़, दर्शन न्यूज़, रेखा खाबिया। भारत के एकमात्र और विश्व के दूसरे सबसे बड़े एकीकृत जस्ता उत्पादक, हिन्दुस्तान जिं़क को मुंबई में आयोजित पुरस्कार समारोह के दौरान इंडिया रिस्क मैनेजमेंट अवार्डस के 9वें संस्करण में मास्टर्स ऑफ रिस्क ज्यूरी अवार्ड इन मेटल्स एंड माइनिंग एंड ईएसजी स्पेशलाइजेशन से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार, हिन्दुस्तान जिं़क के सीएफओ संदीप मोदी एवं चीफ ऑफ इंटरनल ऑडिट एंड रिस्क मैनेजमेंट रोहित सारदा को नाबीएफआईडी के अध्यक्ष के.वी. कामथ ने प्रदान किया।
इस उपलब्धि पर, हिन्दुस्तान जिं़क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा, ने कहा, किे रिस्क मैनेजमेंट और मिटीगेशन हिंदुस्तान जिंक के संचालन का एक महत्वपूर्ण पहलू है जो कि अत्यधिक पारदर्शी प्रणाली पर आधारित है जिसमें सभी स्तरों पर टीमों को किसी भी प्रकार या जोखिम की श्रेणी में ऑनलाइन रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। यह पुरस्कार हमारे सिस्टम और प्रक्रियाओं के लिए प्रमाण है जो कि रिस्क को कम करने और सुचारू संचालन, लोगों के प्रबंधन और शीर्ष से नीचे प्रबंधन दृष्टिकोण के साथ अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए है।
इंडिया रिस्क मैनेजमेंट अवार्ड्स उन संगठनों और टीमों को मान्यता देते हैं जिन्होंने रिस्क मैनेजमेंट की समझ और अभ्यास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट के रूप में, हिंदुस्तान जिंक प्रभावी रिस्क मैनेजमेंट के लिए प्रतिबद्ध है, जो कंपनी के व्यवसाय की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है।
कंपनी नियमित रूप से जानकारी सुनिश्चित करने और उन सभी जोखिमों को कम करने पर ध्यान केंद्रित करती है जो इसके व्यवसाय को संभावित रूप से प्रभावित कर सकते हैं। हिंदुस्तान जिंक ने एसएपी मॉड्यूल में डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से जोखिम की पहचान, मूल्यांकन, न्यूनीकरण और निगरानी प्रक्रिया को बढ़ाकर रिस्क प्रबंधन कार्यक्रम को बदला है, जिसने पूरे संगठन में जोखिम को पहचानने की संस्कृति का निर्माण किया है। जोखिम प्रबंधन कंपनी की संस्कृति में अंतर्निहित है और कर्मचारियों को रिस्क मैनेजमेंट मॉड्यूल एसएपी सहित डिजिटल समाधानों के माध्यम से जोखिमों की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित और सशक्त किया जाता है।