चित्तौड़गढ़, दर्शन न्यूज़। चित्तौड़गढ़ के स्थापना दिवस चित्तौड़ी आठम पर शाम को सुभाष चैक पर कालिका माता, महाराणा प्रताप की तस्वीर लगा कर पुष्प अर्पित किये गये। जय चित्तौड़, जय मेवाड़, चित्तौड़ी आठम लिखकर विशाल रंगोली बनाई गई उस पर सभी गणमान्यजनों ने दीप प्रज्ज्वलित किये। उस पर भव्य रंगबिरंगी आतिशीबाजी कर वातावरण को रोशनी से सराबोर कर दिया कर दिया। चित्तौड़गढ़ का स्थापना दिवस मनाया गया। चित्तौड़ी आठम महोत्सव समिति के अमन गौड़ ने बताया इस दौरान भाजपा, कांग्रेस, हिन्दू जागरण मंच, पेंशनर्स समाज, वरिष्ठ नागरिक मंच, शिवसेना, जौहर स्मृति संस्थान, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, भारत विकास परिषद, दुर्गा वाहिनी, मातृशक्ति, स्वदेशी जागरण मंच, लायन्स क्लब, विद्या भारती, किसान संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, अधिवक्ता परिषद्, गायत्री परिवार, विश्व हिन्दू संगम, प्रताप स्पोर्ट्स क्लब, क्षत्रिय समाज, रोगी सेवा समिति, एनएसयूआई, युवा मोर्चा, युवक कांग्रेस, सत्यनारायण व्यायामशाला, महावीर व्यायामशाला, तिरूपति व्यायामशाला, महावीर नवयुवक मण्डल, करणी सेना, पार्षदगण, दीनदयाल उपाध्याय मंच, मार्बल एसोसिएशन, धर्मजागरण मंच, विप्र फाउण्डेशन, किराणा व्यापार संघ, रेडीमेड व्यापार संघ, मजदूर संघ, जन चेतना मंच, महिला युवा मोर्चा सहित विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक, राजनैतिक संगठनों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, सदस्य उपस्थित रहे। साथ ही सिक्ख, माहेश्वरी, जैन, सिन्धी, गुर्जर, ब्राह्मण, धाकड़, जाट, वैष्णव, धोबी, खटीक, वाल्मीकि, सालवी, गुजराती मोची, छीपा, माली, प्रजापत, मीणा, बैरवा, अग्रवाल, कुमावत, सोनी, जीनगर, पूरी, सेन, कीर, भोई, टेलर, पटवा, साहू, कायस्थ, गर्ग आदि कई समाजों के गणमान्यजन उपस्थित थे।
इस अवसर पर राज्यमंत्री सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत ने चित्तौड़ी आठम समिति का धन्यवाद देते हुए आगामी कार्यक्रम को भव्य रूप से मनाये की बात कही, क्योंकि पूरे विश्व में चित्तौड़गढ़ का नाम आदर सहित लिया जाता है, मीरा बाई, पन्नाधाय का स्मरण किया जाता है।
चित्तौड़ी आठम महोत्सव समिति के अध्यक्ष मुकेश नाहटा ने कहा कि यह शक्ति, भक्ति, त्याग, बलिदान की केसरिया भूमि है। इस भूमि ने कभी गुलामी स्वीकार नहीं की है। शक्ति महाराणा प्रताप, कुम्भा, सांगा की तो भक्ति भक्तमयी मीराबाई की, त्याग पन्नाधाय का तो बलिदान के रूप में चन्दन, गोरा, बादल, जयमल, कल्ला जी राठौड़ आदि सैंकड़ों वीर हुए हैं। भविष्य में सभी समाज, राजनैतिक संगठन, प्रशासन व विभिन्न संगठनों से अपील करते हुए यही कहूंगा कि भविष्य में आप सभी का सहयोग अपेक्षित रहेगा।
साथ ही पूर्व यूआईटी चेयरमेन सुरेश झंवर, चित्तौड़ी आठम महोत्सव समिति अध्यक्ष मुकेश नाहटा, कांग्रेस शहर अध्यक्ष अनिल सोनी, राधेश्याम आमेरिया, योगेश व्यास, देवीसिंह राव, लता पाण्ड्या, कानसिंह सुवावा, वीणा दशोरा, रेणु मिश्रा, विजय मलकानी आदि ने गीत, कविता, दोहों के माध्यम से सम्बोधित किया। अंत में समिति की ओर से धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर अध्यक्ष मुकेश नाहटा, धर्मेन्द्र मूंदड़ा, राजू कुमावत, शेखर सोनी, सुधीर भटनागर, मोनू सोनी, मनोज शर्मा, अमन गौड़, बंटी कुमावत, कुलदीप पारीक, विपुल सिंह, अर्जुन जोशी, बाबू डांगी, नारायण बल्दवा, राजन माली, संदीप तरावत, देवराज साहू, विजय वैष्णव, मोहित गौड़, मुदित मेनारिया, राहुल दीक्षित, दीपक गौड़, पंकज कसेरा, सिद्धार्थ पटवा, भेरू सिंह, शुभम सोनी, कृष्णा सोनी, शैलेश पारीक, राहुल, युगल, शुभम सेन, मोनू गुर्जर, पंकज लोट, रौनक, ललित, बंटी, मदन कीर, नरेश शर्मा, संजय सेन, शुभम पारीक, अंकुश पटवा, ललित मोदी, चांद, मयंक टांक, अंकित वैष्णव, दीपक सोमानी, शिवम कंडारा, शुभम गोखरू, कमल लोट, अर्जुन पाण्ड्या, शुभम न्याति, रीतिक ओझा, अन्नु पारीक, रितु तिवाड़ी, महावीर शक्तावत, सिद्धम बाबेल, अक्षत लड्डा, मोहित लोट, अरविन्द सिंह, भरत छीपा, किशन सिंह सहित कईं चित्तौड़ी आठम महोत्सव समिति के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।