बड़ीसादड़ी(अरूण कंठालिया)। जेठी अमावस्या पर शुक्रवार को सीतामाता वन्यजीव अभ्यारण में स्थित पापी व धर्मी कुंड में लगभग एक लाख लोगों ने डुबकी लगाकर स्वयं को धन्य माना।
तीन दिवसीय मेले का मुख्य आकर्षण अमावस्या पर पवित्र स्नान को ही माना जाता है। विभाग के सूत्रों के अनुसार स्नान करने वाले लगभग एक लाख श्रद्धालु रहे जो कि मध्यप्रदेश गुजरात हरियाणा महराष्ट्र सहित कई राज्यो के अलावा राजस्थान की मेवाड़ वागड़ प्रान्तों के लोग सर्वाधिक रहे। इस दिन लगभग 20 हजार से अधिक दुपहिया व चौपहिया वाहन दम दमा दरवाजे ओर पाल पंचायत की ओर से अभयारण्य के प्रवेशद्वार पर जमा हो गए। मेले में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से निपटने के लिए चित्तौड़गढ़ व प्रतापगढ़ जिले के बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ अधिकारी लगातार नजर बनाए रहे वहीं चिकित्सा विभाग की ओर से भी कार्मिक मेले में अपनी ड्यूटी पर मुस्तेद देखे गए। वनकर्मियों को अलग अलग शिफ्ट में 24 घण्टे के लिये तैनात किया गया। आयोजक ग्राम पंचायतों के अलावा वन कर्मियों ने भी जगह जगह कचरा पात्र रखे और गंदगी नही फैलाने का आग्रह किया।
निजी बसों व टेक्सी गाड़ियों में जगह नही- सीतामाता जाने के लिए बड़ीसादड़ी से 26 किलोमीटर का सफर निजी वाहनों ओर बसों से ही होता है इसके अलावा जो लोग स्वयं के वाहन लेकर आये उनमें पांव धरने की जगह नही बची। इधर आज ही अमावस्या होने से जातरू सीतामाता से सीधे ही मेवाड़ के प्रमुख कृष्णधाम सांवलियाजी में भी अमावस्या पर मेला भरता है इसके चलते सभी गाड़ियां प्रचंड गर्मी के बावजूद ऊपर नीचे भरकर निकलतो रही।